ब्रेकिंग न्यूज़

सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?

नालंदा के किसानों को सता रहा पुलिस का डर, अंधेरी रात में तोड़ रहे सब्जियां

नालंदा के किसानों को सता रहा पुलिस का डर, अंधेरी रात में तोड़ रहे सब्जियां

28-Apr-2020 04:51 PM

By Pranay Raj

NALANDA : बिहार के अन्नदाता भयभीत है। सब्जी किसान डर के साये में जी रहे हैं। नालंदा जिले से जो तस्वीर किसानों का दर्द बयां कर रही है। पुलिस के डर से किसान देर रात सब्जियों को तोड़ने के लिए मजबूर हैं।


तस्वीरों में देख कर आपको किसानों की बेबसी झलक आती होगी। पूरे दिन-दुपहरिया छोड़ ये किसान आखिर देर रात सर में टार्च लगाए खेतों में आखिर सब्जियां क्यों तोड़ रहे हैं। तो आपको बता दें कि ये किसान पुलिस के खौफ से बेबस हो दिन का काम रात में निपटा रहे हैं। पिछले दिनों कई किसानों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप लगा कर केस कर दिया था। इसके बाद से यहां के सब्जी किसान भयभीत हैं।


देर रात को ये सब्जी किसान अपने-अपने खेतों में पहुंच जाते हैं और जुगाड टेकेनोलॉजी के साथ सब्जियों को तोड़ने में जुट जाते हैं। सब्जी तोड़ने के लिए किसानों ने अनोखा तरीका भी निकाल लिया है। ये सभी किसान सर में टार्च बांध कर उसी की रौशनी में सब्जियां तोड़ अपने लिए रोटी का जुगाड़ करते हैं। सब्जी जुटाते हैं तो फिर अगले दिन बाजार में सब्जियां उपलब्ध हो पाती हैं।


अब सवाल ये उठता है कि सरकार ने किसानों को लॉकडाउन में छूट दे रखी है। वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर खेती का काम कर सकते हैं तो फिर ये भय कैसा। पुलिस-प्रशासन का काम डराना नहीं होता। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना उनका कर्तव्य जरूर है लेकिन किसी को भी बेजां डराना-धमकाना ठीक नहीं। फिर ये किसान तो हमारे अन्नदाता हैं मेहनत कर सब्जियां और अनाज उगा हमें खाने को देते हैं। इस पर प्रशासन के आलाधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।