BIHAR NEWS : विधानसभा चुनाव से पहले हर किसी को खुश करने में जुटी बिहार सरकार, युवाओं के लिए इन जगहों पर हो रही सरकारी बहाली छपरा में बढ़ा सियार का आतंक, एक साथ 10 सियारों ने बुजुर्ग पर हमला कर अंगूठा काटा Gym Workout: मसल्स बनाने के लिए घंटों जिम में पसीना बहाना नहीं, सही एक्सरसाइज और वर्कआउट प्लान है जरूरी; जानिए... BIHAR ELECTION : बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष इस विधानसभा सीट से लडेंगे चुनाव, सीट बंटवारें से पहले ही कर दिया एलान Purnea Crime News: पूर्णिया में सब्जी मंडी अध्यक्ष नियुक्ति पर विरोध से बढ़ा तनाव, बैठक से पहले गोलीबारी से हड़कंप Purnea Crime News: पूर्णिया में सब्जी मंडी अध्यक्ष नियुक्ति पर विरोध से बढ़ा तनाव, बैठक से पहले गोलीबारी से हड़कंप फुहा फुटबॉल टूर्नामेंट 2025: दक्षिण इकौना ने शाहाबाद हीरोज आरा को 3-0 से हराकर जीता खिताब SSC CGL का एडमिट कार्ड जल्द होगा जारी, ऐसे करें डाउनलोड Satyanarayan Katha : आस्था के नाम पर यह कैसा आदेश ? पूजा में शामिल होने के लिए जारी हुआ सरकारी आदेश, जानिए क्या है वजह Helicopter to Exam Center: हजारों की परीक्षा के लिए लाखों खर्च! ट्रेन या कार नहीं हेलीकाप्टर से B.ED का एग्जाम देने पहुंचा स्टूडेंट, वीडियो वायरल
07-Aug-2022 12:49 PM
RANCHI : झारखंड के शाहिद शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से अंधेरे में इलाज और चेकअप करने का मामला सामने आया है. बीती रात हॉस्पिटल में अचानक बिजली कट गई, जिसके बाद मरीजों में अफरा-तफरी मच गई. इसी दौरान एक व्यक्ति का चेकअप मोबाइल की टॉर्च से गया. एक एक्सीडेंटल मरीज को लेकर एंबुलेंस पहुंचा लेकिन अंधेरे में एंबुलेंस से उतारे गए मरीज को रखने में भी दिक्कत हुई.
जानकारी के मुताबिक, हजारीबाग के कटकमसांडी ब्लॉक के महूंगाय गांव के रहने वाले सागर कुमार यादव आकाशीय बिजली में झुलस गया. जिसके बार परिजन शाहिद शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लेकर आये. सागर कुमार को मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. इसके तुरंत बाद ही बिजली गायब हो गई. आनन-फानन में ईसीजी कराने के लिए मोबाइल टॉर्च की रोशनी का इस्तेमाल किया गया.
हालांकि ऐसा नहीं है भिखारी मेडिकल कॉलेज में बिजली के जाने के बाद बैकअप की व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में दो हैवी जेनरेटर लगे हैं, इनमें प्रतिदिन 100 से 150 लीटर डीजल की खपत दिखाई जाती है. इसके अलावा 50 लाख रुपये की राशइ से सोलर पैनल भी यहां लगाया गया है, इसके अलावा इनवर्टर की व्यवस्था भी की गई है. बिजली के अलावा तीन विकल्प होने के बाद भी यहां के पावर सिस्टम का ये हाल है कि मरीजों के इलाज के लिए मोबाइल की रोशनी का प्रयोग करना पड़ता है.