Bihar News: बिहार–नेपाल सीमा पर नार्को-आतंक नेटवर्क का पर्दाफाश, भारतीय सेना के भगोड़े जवान सहित दो गिरफ्तार Bihar politics : नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर, पीएम मोदी और अमित शाह से करेंगे मुलाकात, कैबिनेट विस्तार समेत इन मुद्दों पर होगी चर्चा Bihar Bhumi: बिहार में सोने, चांदी और हीरे से भी महंगे जमीन के भाव, जानिए इस इलाके में एक कट्ठे का क्या है रेट Gandhi Maidan : गांधी मैदान से रोक हटी, इन कामों के लिए दीघा घाट और कलेक्ट्रेट घाट बने नए केंद्र; प्रसाशन ने जारी किया नया आदेश Bihar News: बिहार में AI से जनरल टिकट धोखाधड़ी का खुलासा, पुलिस ने चार शातिरों को किया गिरफ्तार Bihar crime news : महिला पुलिसकर्मी का वीडियो बनाने पर बवाल, विरोध पर डायल-112 की जीप पर पथराव Amrit Bharat Express Bihar: नए साल 2026 में बिहार से चलेंगी 4 नई अमृत भारत ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगा यह विशेष सुविधा CBI Raid: रक्षा मंत्रालय में तैनात आर्मी अफसर रिश्वत लेते गिरफ्तार, घर से 2.36 करोड़ नकद बरामद Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025: 31 दिसंबर तक करें आवेदन, 10 हजार के बाद मिलेंगे 2 लाख रुपये Bihar News: फर्जी दरोगा रवि परासर तीसरी बार पकड़ाया, तीसरी बार अवैध शराब के साथ गिरफ्तार; जांच में खुल रही कई पोल
04-Apr-2020 04:57 PM
PATNA: फरवरी माह के वेतन रोके जाने से नाराज हड़ताली शिक्षक राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से गुहार लगाई है. टीईटी शिक्षक संघ की ओर से प्रदेश संयोजक अमित विक्रम औरप्रदेश महासचिव उदय शंकर सिंह ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में टीईटी, माध्यमिक एवं नियोजित शिक्षकों का फरवरी माह की कार्य अवधि का वेतन भुगतान रोके जाने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई.

संघ ने अपनी शिकायत में बिहार के चार लाख टीईटी एवं नियोजित शिक्षकों का जनवरी एवं फरवरी माह का वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है. यह खबर अगले दिन अखबारों में भी प्रकाशित हुई थी. इसके फलस्वरूप बिहार सरकार ने जनवरी माह का तो वेतन जारी कर दिया, लेकिन फरवरी माह में किए गए कार्य अवधि के वेतन को लेकर के शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव ने यह टिप्पणी कर दी कि जो शिक्षक हड़ताल में है उनका वेतन भुगतान नहीं किया जाए
नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से, माध्यमिक शिक्षक 25 फरवरी से एवं टीईटी शिक्षक 27 फरवरी से हड़ताल पर हैं. ऐसे में उनके द्वारा फरवरी में 16, 24 एवं 26 दिन कार्य किया गया. लेकिन बिहार सरकार द्वारा इनके द्वारा किए गए उस कार्य अवधि के वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है. ऐसा करना ना केवल असंवैधानिक है बल्कि वर्तमान में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए और असंवेदनशील है. बिहार के चार लाख शिक्षकों का वेतन 2 माह से लंबित है जबकि पीएम मोदी ने भी यह अपील की है कि किसी भी कर्मी का वेतन बाधित ना किया जाए.
संघ ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से अनुरोध किया है कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा लिए गए इस असंवैधानिक एवं और असंवेदनशील फैसले पर तत्काल रोक लगाई जाए एवं फरवरी माह का वेतन शीघ्र अति शीघ्र जारी करने हेतु शिक्षा विभाग बिहार सरकार को निर्देश देने की कृपा की जाए.