मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
22-Mar-2024 03:34 PM
By First Bihar
PATNA : पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की बात महागठबंधन से बन गई है। पशुपति पारस ने कांग्रेस नेताओं से फ़ोन पर बातचीत की है। उसके बाद यह माना जा रहा है कि पारस जल्द ही महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। इसको लेकर महागठबंधन के आला नेता को सुचना दे दी गई है। इसके बाद अब बस माकूल समय का इंतजार किया जा रहा है।
दरअसल, बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के तरफ से सदाकत आश्रम में एक प्रेस वार्ता की गई। इस दौरान जब उनसे पत्रकारों ने सवाल किया कि - क्या पशुपति पारस महागठबंधन का हिस्स्सा बनेंगे? इसके बाद जवाब देते हुए अखिलेख सिंह ने कहा कि - हमारे पास पारस जी का फ़ोन दो दिन पहले भी आया था और आज भी आया है। हमलोग एक दुसरे के सम्पर्क में हैं। हमने इस मामले की जानकारी पार्टी आलाकमान दो दे दी है। अब इस मामले में अंतिम फैसला उनको ही लेना है। हमलोग हर उस आदमी का स्वागत करेंगे जो कांग्रेस को मजबूत करेगा।
मालूम हो कि, एनडीए में पशुपति पारस सीटों के बंटवारे का काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। जब एनडीए में सीट शेयरिंग हो गई तो देखने को मिला कि उन्हें इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए एक सीट भी नहीं दी गई है। जबकि एलजेपी रामविलास यानी चिराग पासवान की पार्टी को पांच सीटें दे दी गई हैं। इसके बाद जब पशुपति पारस समझ गए कि उन्हें जब एनडीए में अधिक महत्त्व नहीं मिलने वाला है। ऐसे में उन्होंने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
आपको बताते चलें कि, पशुपति पारस की लड़ाई हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर है। वह शुरू से इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे थे। ऐसे में अगर हाजीपुर लोकसभा सीट से महागठबंधन में पशुपति पारस को टिकट मिलता है तो चाचा-भतीजा में लड़ाई देखने वाली होगी। चिराग पासवान को एनडीए में पांच सीटें मिली हैं और इन पांच सीटों में हाजीपुर भी है। खुद चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट से लड़ने वाले हैं। ऐसे में अगर पशुपति पारस हाजीपुर से लड़े तो उनके सामने मैदान में चिराग पासवान होंगे।