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15-Dec-2023 08:09 PM
By First Bihar
HAJIPUR: अपने आधे-अधूरे ज्ञान से शिक्षा व्यवस्था की फजीहत कराने वाले शिक्षकों की बिहार में भरमार है। ऐसे कई मौके आए जब अज्ञानी शिक्षक मामूली सवालों को जवाब देने में भी फिसड्ड़ी साबित हुए हैं। मीडिया में इस तरह की खबरे अक्सर देखने को मिल जाती हैं। ताजा मामला वैशाली से उस वक्त सामने आया जब शिक्षा विभाग के एसीएस स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे थे, उन्होंने स्कूल में ही प्रभारी प्राचार्या की क्लास लगा दी।
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शुक्रवार को वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में स्कूलों के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान केके पाठक राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय सराय और राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय में पहुंचे थे। केके पाठक के स्कूल पहुंचते ही वहां मौजूद शिक्षकों मे हडकंप मच गया। उन्होंने दोनों स्कूलों का करीब 20 मिनट तक औचक निरीक्षण कियया।
इस दौरान केके पाठक ने हाई स्कूल में शिक्षकों की कम संख्या देखकर स्कूल की प्रभारी प्राचार्या रौशन आरा से सवाल पूछा कि शिक्षकों की संख्या कम क्यों हैं लेकिन शिक्षिका इसका जवाब नहीं दे सकी। इसके बाद पाठक ने शिक्षिका से पूछा की स्कूल में शिक्षकों की संख्या कितनी है, तब शिक्षिका ने कहा कि स्कूल में कुल 29 शिक्षक है। इसपर केके पाठक ने शिक्षिका से पूछ लिया कि 29 में से 11 गए तो कितने बचे?
केके पाठक ने दो बार सवाल किया लेकिन शिक्षिका ने हर बार गलत जवाब दिया। प्रभारी प्राचार्य के ज्ञान को देखकर केके पाठक दंग रह गए। जिसके बाद केके पाठक भड़क गए और पास खड़े अधिकारी से शिक्षिका का नाम नोट करने का निर्देश दे दिया। इस दौरान वहां मौजूद अन्य शिक्षक काफी डरे सहमें नजर आए। केके पाठक के इस एक्शन से वहां मौजूद शिक्षकों में हड़कंप मच गया। शिक्षकों को डर था कि कहीं केके पाठक उनसे कोई सवाल न पूछ लें।