Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार
01-Oct-2023 01:42 PM
DESK: हमेशा से विवादों में रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू की दीवारों पर विवादित स्लोगन लिखकर एक बार फिर से माहौल को खराब करने की कोशिश की गई है। बीजेपी, पीएम मोदी और कश्मीर को लेकर जेएनयू की दीवारों पर विवादित नारे लिखे पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है। विवादित नारे किसने और क्यों लिखे इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आ सकी है।
दरअसल, ये विवादित नारे जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज की दीवारों पर लिखे पाए गए हैं। दीवारों पर 'फ्री कश्मीर' और 'आईओके (भारत अधिकृत कश्मीर)' जैसे स्लोगन लिखे गए हैं। कई जगह फर्श पर भी नीले पेंट से विवादित नारे लिखे पाए गए हैं। इसके साथ ही दीवारों पर 'भगवा जलेगा', 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी' जैसे विवादित स्लोगन भी पाए गए हैं। जेएनयू प्रबंधन द्वारा दीवारों के साफ करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन इसको लेकर किसी तरह की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
बता दें कि यह पहली घटना नहीं है जब जेएनयू की दीवारों पर इस तरह के स्लोगन लिखे गए हैं। करीब एक साल पहले भी इसी तरह से जेएनयू की दीवारों पर विवादित नारे लिए गए थे। उस वक्त जेएनयू की दीवारों पर बनिया और ब्राह्मण विरोधी जाति सूचक नारे लिखे गए थे। साथ ही साथ प्रोफेसर्स की नेम प्लेट पर काली स्याही भी पोती गई थी। अब एक बार फिर से जेएनयू की दीवारों पर विवादित स्लोगन लिखकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई है।