ब्रेकिंग न्यूज़

Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार

ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज को फिर मिली धमकी, विदेशी नंबर से आया Threat वाला कॉल

ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज को फिर मिली धमकी, विदेशी नंबर से आया Threat वाला कॉल

25-Apr-2024 03:23 PM

DESK: वाराणसी के चर्चित ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज रवि दिवाकर को फिर से धमकियां मिल रही हैं। विदेश से धमकी भरा कॉल आने के बाद न्यायमूर्ति ने बरेली के एसपी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की है।


रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 15 अप्रैल की शाम करीब पौने नौ बजे विदेशी नंबर से जज रवि दिवाकर के पर्सनल मोबाइल नंबर पर फोन आया और उन्हें धमकी दी गई। पिछले 20-25 दिन के भीतर उनके मोबाइल पर उस नंबर से कई बार फोन आए लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस पूरे मामले के छानबीन में जुट गई है।


बता दें कि वाराणसी में ज्ञानवापी केस में फैसला सनाने के बाद से ही जज रवि दिवाकर को धमकिया मिल रही हैं। पहली बार धमकी मिलने के बाद वाराणसी से उनका तबादला बरेली कर दिया गया था। पुलिस की तरफ से उनके और उनके परिवार की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।


ज्ञानवापी फैसले के बाद जज रवि दिवाकर द्वारा अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके और उनके परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का आदेश दिया था हालांकि किसी कारण वश उनकी सुरक्षा को वाई श्रेणी से घटाकर एक्स श्रेणी कर दिया गया था।