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12-Feb-2022 10:08 PM
DESK: नीरव मोदी के बाद हिंदुस्तान का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला गुजरात में सामने आया है। सीबीआई ने स्टेट बैंक की शिकायत पर ABG शिपयार्ड पर एफआईआर दर्ज किया है। वही इस कंपनी के तत्कालीन चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित 8 लोगों के खिलाफ 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में FIR दर्ज किया है।
बता दें कि ABG शिपयार्ड कंपनी जहाज के निर्माण और मरम्मत का काम करती है। गुजरात के दहेज और सूरत में यह शिपयार्ड स्थित हैं। FIR के मुताबिक यह घोटाला अप्रैल 2012 से जुलाई 2017 तक का है। नीरव मोदी से भी सबसे बड़ा यह बैंकिंग घोटाला बताया जा रहा है।
ABG SHIPYARD LTD और तत्कालीन चेयरमैन ऋषि कमलेश अग्रवाल, कंपनी के तत्कालीन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संथानम मुथुस्वामी, डायरेक्टर्स अश्विनी कुमार, सुशील अग्रवाल और रवि विमल नेवेतिया और एक अन्य कंपनी ABG INTERNATION PVT LTD के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। दोनों कंपनियां एक ही ग्रुप की हैं।
गौरतलब है कि 8 नवम्बर 2019 को पहली बार बैंक ने शिकायत दर्ज करायी थी। जिसके बाद 12 मार्च 2020 को सीबीआई ने स्पष्टीकरण मांगा था। जिसके बाद उसी साल अगस्त में एक बार फिर नए सिरे से शिकायत दर्ज की गयी। कंपनी ने 28 बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से क्रेडिट लिया हैं और एसबीआई का करीब 2,468.51 करोड़ रुपये का एक्सपोजर है।
फॉरेंसिंग ऑडिट में यह बात सामनें आई है कि 2012-17 के बीच में आरोपियों ने आपस में साठगांठ कर फंड को डाइवर्ट किया। लेकिन बैकों ने जिन उद्धेश्यों के लिए फंड रिलीज किए उस काम में कंपनी ने पैसे नहीं लगाए। ABG शिपयार्ड SHIP BUILDING कंपनी है।
DECK BARGES, INTERCEPTOR, BOAT, ANCHOR HANDLING SUPPLY SHIPS, TUGS,OFFSORE VASELSE का भी कंपनी निर्माण करती है। कंपनी पर यह आरोप है कि बैंकों से फ्रॉड किए गए पैसे को विदेशों में भी भेजा गया और काफी प्रॉपर्टी खरीदी गईं। तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर पैसा एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भेजा गया।