ब्रेकिंग न्यूज़

निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिरा, 5 मजदूर दबे, गुस्साएं लोगों ने किया जमकर हंगामा BIHAR: फर्जी दारोगा बनकर ग्राहक सेवा केंद्र से 50 हजार की ठगी, साइबर थाने में शिकायत दर्ज थाने में रचाई शादी: प्रेमी युगल ने भगवान शिव के मंदिर में लिए सात फेरे, पुलिस बनी गवाह Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन जानलेवा बना ONLINE गेमिंग: कर्ज में डूबे दंपती ने किया सुसाइड, 6 साल पहले हुई थी शादी Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक

घूसखोर कंप्यूटर ऑपरेटर को ACB ने किया गिरफ्तार, राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ले रहा था 4 हजार रूपये

घूसखोर कंप्यूटर ऑपरेटर को ACB ने किया गिरफ्तार, राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ले रहा था 4 हजार रूपये

03-Oct-2022 04:37 PM

JHARKHAND: राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए चार हजार रूपये की मांग की जा रही थी। इसकी शिकायत के बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए घूसखोर कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय मंडल को धड़ दबोचा। धनबाद के तोपचांची स्थित आपूर्ति पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर धनंजय मंडल उर्फ संजय कुमार को एसीबी की टीम ने घुस लेते रंगेहाथ पकड़ा है। 


मिली जानकारी के अनुसार तोपचांची थाना इलाके के श्रीरामपुर निवासी मो. मुस्तहाब अमीन से कम्पयूटर ऑपरेटर घूस की मांग लगातार कर रहा था। राशन कार्ड में परिवार के अन्य सदस्यों का नाम जुड़वाने के लिए मो. अमीन से 4 हजार रुपये मांग रहा था। जिसकी शिकायत मो. अमीन ने एसीबी से की। जिसके बाद एसीबी की टीम ने घूस लेते धनंजय मंडल को गिरफ्तार किया। 


फिलहाल एसीबी अब आगे की कार्रवाई में जुटी है। मो. अमीन की शिकायत यह थी कि राशन कार्ड में परिवार के अन्य सदस्यों के नाम जुड़वाने के लिए उन्होंने 2020 में ऑनलाइन आवेदन दिया था लेकिन सदस्यों का नाम नहीं जोड़ा गया जिसके बाद वे आपूर्ति विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर के पास आए और इस बात की जानकारी दी जिसके बाद उनसे रिश्वत की मांग की गयी। यह भी कहा गया कि यदि और लोगों का नाम जुड़वाने के लिए लाएंगे तब कुछ रिबेट दे देंगे। लेकिन पीड़ित ने इस बात की शिकायत एसीबी से की जिसके बाद उसे धड़ दबोचा गया।