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04-Sep-2023 04:51 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार सरकार ने 7 सितंबर को चेहल्लुम की छुट्टी घोषित किया है। पहले 6 सितम्बर को चेहल्लुम की छुट्टी का ऐलान किया गया था। लेकिन अब इसकी तिथि में बदलाव किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। खानकाह मुजीबिया, फुलवारी शरीफ ने इसे लेकर सरकार को पत्र लिखा था। जिसके बाद छुट्टी की तिथि में बदलाव किया गया है।
खानकाह मुजीबिया, फुलवारीशरीफ ने 29.08.2023 को चाँद दिखाई देने के अनुसार राज्य में चेहल्लुम दिनांक 07.09.2023 (गुरूवार) को मनाये जाने की जानकारी दी थी। पहले सामान्य प्रशासन विभाग की अधिसूचना 31.08.2022 को जारी कर बताया था कि चेहल्लुम को लेकर 06.09.2023 (बुधवार) को अवकाश घोषित है। जिसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने दोबारा अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि 06.09.2023 (बुधवार) को घोषित आदेश के तहत चेहल्लूम के अवकाश अब 07.09.2023 (गुरूवार) को घोषित किया। राज्यपाल के आदेश से सरकार के उप सचिव गुफरान अहमद ने इसे लेकर अधिसूचना जारी की है।
बता दें कि मुसलमानों का पर्व चेहल्लुम मुहर्रम के ताजिया दफनाए जाने के चालीसवें दिन मनाया जाता है। चेहलुम का यह त्योहार असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है। हजरत हुसैन की शहादत के 40वें दिन इसे पर्व के रुप में मनाया जाता है। इस दिन भारत समेत पूरे विश्व में चेहल्लुम मनाया जाता है। इस दिन सफेद ताजिया निकाला जाता है।
चेहल्लुम के दौरान शीया मुस्लिम समुदाय के लोग इमामबाड़ों (मज़ारों) में इकट्ठे होते हैं और इमाम हुसैन की कहानी सुनते हैं। जिसमें उनकी शहादत और वीरता की कहानी शामिल होती है। वे उनके बलिदान की महत्वपूर्णता पर बातचीत करते हैं और उनकी प्रेरणा से लाभ उठाते हैं। चेहल्लुम के दौरान अपनी श्रद्धा और आवाज़ उठाकर मातम करते हैं।
वे खुद को कटे हुए वस्त्र पहनते हैं, अपने सिर पर अश्फ़र रखते हैं और मातम की एक विशेष प्रक्रिया को पालते हैं जिसमें वे धार्मिक गीत गाते हैं और आपसी सहानुभूति का संकेत देते हैं। यह त्योहार एक गहरे धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल के साथ आता है और इसका मुख्य उद्देश्य श्रद्धांजलि और भक्ति के साथ इमाम हुसैन की याद में लोगों को जोड़ना होता है।