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04-Feb-2023 07:11 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित बीपीएससी की पीटी परीक्षा के पेपर लीक मामले में आरोपित डीएसपी रंजीत कुमार रजक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने का आदेश जारी कर दिया गया है। उनके खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई का संचालन अधिकारी एडीजी ( मध निषेध) अमृतराज को बनाया गया है। इसको लेकर गृह विभाग ने संबंधित संकल्प जारी कर दिया है।
मालूम हो कि, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 67 वीं पीटी परीक्षा का पेपर आरा के एक कॉलेज लीक हुआ था। इस कांड की जांच आर्थिक अपराध इकाई की टीम कर रही थी आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने अगस्त महीने में 9 आरोपियों के खिलाफ 4 सीट भी दायर की थी। इसके साथ ही साथ इस मामले में डीएसपी रंजीत कुमार रजक को भी आरोपी बनाया गया था। जिसके बाद उनको अपने पद से निलंबित कर दिया गया था। इस बीच अब उनके ऊपर विभागीय कार्रवाई चलाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है।
वहीं, इससे पहले गृह विभाग ने डीएसपी रजक को 13 जनवरी के दिन शो कॉज़ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर लिखित जवाब देने को कहा था। इसके बाद अब इनके खिलाफ यह कार्रवाई शुरू की गई है।
जानकारी हो कि, बीपीएससी 67वीं परीक्षा का प्रश्नपत्र 7 मई 2022 को सुबह 11 बजे ही काफी तेजी से टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर वायरल होना शुरू हो गया था। उसके बाद धीरे-धीरे यह मामला यूट्यूब पर पहुंच गया। 11:30 बजे के बाद अधिकारी हरकत में आए और जांच के आदेश दिए गए थे। इसके 3 घंटे बाद ही परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। एक अनुमान के मुताबिक इससे आयोग को 10 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था।
आपको बताते चलें कि बिहार लोक सेवा आयोग ने अपने 67वीं में पीटी परीक्षा को लेकर शुरुआत में ही चार बार डेट बदल चुकी थी। यह परीक्षा 7 मई अप्रैल को ली गई थी। इससे पहले यह परीक्षा दिसंबर महीने की 26 तारीख को होने वाली थी लेकिन किसी कारण बस इसमें बदलाव कर दिया गया फ्री या नहीं तारीख 23 जनवरी को जारी की गई लेकिन उस दौरान भी कुछ समस्या आई जिसके बाद अप्रैल महीने में 30 तारीख को होने वाला था लेकिन उस दिन भी जवाहर नवोदय विद्यालय की परीक्षा होनी थी इसलिए बीपीएससी ने अंतिम फैसला लिया कि 7 मई को परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। उसी दौरान पहले ही दिन पहले शिफ्ट का क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।