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25-Apr-2024 01:02 PM
By First Bihar
DELHI: लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों पर चुनाव आयोग की पैनी नजर है। चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों पर आपत्ति दर्ज कराने के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने संज्ञान ले लिया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी और कांग्रेस को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
दरअसल, चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से कथित आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में संज्ञान लिया है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने एक दूसरे पर धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत फैलाने और विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया था। दोनों दलों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने के बाद चुनाव आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है।
भारत निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। दोनों दलों को 29 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक अपना जवाब आयोग में दाखिल करने को कहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों, खासकर स्टार प्रचारकों के आचरण की जिम्मेवारी लेनी होगी। उच्च पदों पर बैठे लोगों के प्रचार भाषणों के अधिक गंभीर परिणाम होते हैं।
चुनाव आयोग की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि जन प्रतिनिधित्व अधिनियम,1951 की धारा 77 के तहत स्टार प्रचारक का दर्जा देना वैधानिक रूप से पूरी तरह से राजनीतिक दलों के दायरे में आता है और स्टार प्रचारकों से भाषणों की उच्च गुणवक्ता में योगदान करने की उम्मीद की जाती है। आयोग न दोनों पार्टियों को 29 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।