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26-Dec-2024 04:50 PM
By Vikramjeet
VAISHALI: बिहार में शिक्षा महकमा अक्सर अपने अजबोगरीब कारनामे और शिक्षकों के लिए जारी फरमान से सुर्खियों में रहता है। कभी खुले में शौच करने वाले लोगों का फोटो खींचने का काम शिक्षकों को सौंपा गया तो कभी पिय्ययकड़ों को पकड़ने का फरमान जारी किया गया लेकिन अब शिक्षकों को फिर नया काम सौंपा गया है। कुत्तों को स्कूल के अंदर और बाहर से भगाने का आदेश दिया गया है।
शिक्षा विभाग के इस आदेश पर एमएलसी वंशीधर ब्रजवासली भड़क गये और इस आदेश को वापस लेने की मांग करने लगे। कहा कि यह आदेश बिहार के शिक्षकों की छवि को खराब करने वाला आदेश है। दरअसल वैशाली के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजन कुमार गिरि ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखकर कुत्तों से बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने को कहा है। जारी पत्र में इस बात का जिक्र है कि बच्चों को कुत्तों से काटे जाने के खतरे को कम करने के लिए आवश्यक है कि विद्यालय से निकले अवशेष पदार्थ को विद्यालय परिसर से दूर कूड़े में फेंका जाये ताकि कुत्ते विद्यालय परिसर से दूर रहें।
विद्यालय परिसर में ऐसी कोई जगह न बनन दे जहां कुत्ते आकर बैठते और गंदगी फैलाते है। बच्चो को आवारा कुत्तों से सावधान रहने के लिए कुत्ते के काटने के बाद होने वाली बीमारी और जोखिम के बारे में जागरूक किये जाने और आवारा कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है। शिक्षा विभाग के ताजा फरमान ने शिक्षकों को एक बार फिर से मुश्किल में डाल दिया है। विभाग के शिक्षकों को आवारा कुत्तो से निपटने का टास्क दिया है। जिससे शिक्षक खासे नाराज हैं। अब वो बच्चो को पढ़ाएंगे या फिर कुत्तो को भगाएंगे।
शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के निजी और सरकारी स्कूल को पत्र लिख कर फरमान जारी किया है कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो को आवारा कुत्तों से सुरक्षा के उपाय में लग जाय। पत्र में इस बात का निर्देश जारी किया गया है कि स्कूल प्रबंधन इस बात ख्याल रखे कि कुत्ते स्कूल के आस-पास न भटके और स्कूल कैम्पस में कुत्ते आकर न बैठे। सरकारी फरमान में स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि आवारा कुत्तों को स्कूल से दूर रखना सुनिश्चित करें। साथ ही विद्यालय परिसर में ऐसी कोई जगह न बनने दे जहां कुत्ते आकर बैठते हो।
वैशाली में सभी स्कूलों को जारी आदेश में शिक्षा महकमे के बड़े अधिकारी ने कहा कि बिहार की शिक्षा विभाग को भारत सरकार के पशुपालन विभाग से स्कूलों में बच्चो को कुत्तो से सुरक्षा के विषय में निर्देश जारी किया गया है। पशुपालन विभाग के निर्देश के बाद शिक्षा के निदेशक प्राo शिo ने नवम्बर 22 को सभी जिलों को कुत्तो से सुरक्षा सुनिश्चित कराने का पत्र जारी किया था। विभाग के आदेश के बाद अब जिलों में स्कूली शिक्षकों को कुत्तो से निपटने का फरमान थमा दिया गया है।
विभाग के इस नए फरमान के बाद शिक्षकों में जबरदस्त नाराजगी है। नए स्नातक MLC वंशीधर ब्रजवासी शिक्षा विभाग के इस नए फरमान से काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि यह आदेश बिहार के शिक्षकों की छवि को खराब करने वाला आदेश है इसलिए विभाग तुरंत इस आदेश को वापस लें।