पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में महिला की मौत के बाद हंगामा, पैसे की लालच में मरीज को रेफर नहीं करने का आरोप बगहा में बुलडोजर देख अतिक्रमणकारियों ने पुआल में लगा दी आग, काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने पाया काबू वैशाली में एसपी सिंगला कंपनी के मिक्सिंग पॉइंट पर भीषण आग: एलडी लिक्विड लोडेड ट्रक फटा PATNA CRIME: हथियार लहराना पड़ गया भारी, एजी कॉलोनी में पिस्टल के साथ युवक गिरफ्तार, जेडीयू MLC के साथ तस्वीर आई सामने बोधगया में दहेज के लिए बारातियों ने मचाया उत्पात: जमकर चले बर्तन और कुर्सी, दुल्हन पक्ष ने तोड़ दी शादी Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान
18-Feb-2022 06:28 PM
GAYA : काले धन के खिलाफ ED ने कार्रवाई करते हुए गया के एक व्यापारी की संपत्ति जब्त की है। नोटबंदी की घोषणा से पहले और बाद में बैंक खातों में बड़ी रकम जमा करनेवालों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है। इसके तहत बिहार के व्यवसायी और उनकी पत्नी की 8 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है।
गया स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के बैंक खातों में थर्ड पार्टी खातों का इस्तेमाल कर बड़ी रकम जमा करने की शिकायत मिली थी। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच इसी मामले से जुड़ी थी। जब्त की गई संपत्ति गया स्थित फर्म सर्वोदय ट्रेडर्स के मालिक धीरज जैन और उनकी पत्नी रिंकी जैन और अन्य फर्मों के नाम पर है।
ED का यह मामला उस FIR पर आधारित है जो बिहार पुलिस ने नोटबंदी के दौरान दर्ज कराई थी। जांच के दौरान कथित रूप से पाया गया कि गया के व्यवसायी मोतीलाल ने BOI के अधिकारियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता शशि कुमार, राजेश कुमार और उनके फर्म और रिश्तेदारों के नाम पर बैंक खातों का दुरूपयोग किया था।
ED ने कहा है कि इन बैंक खातों में अवैध रूप 44.80 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। इस रकम को खाताधारकों की जानकारी के बिना विभिन्न खातों में ट्रांसफिर किया गया था। मोतीलाल ने व्यापारी धीरज जैन, पवन कुमार जैन और दिल्ली के एक दलाल बिमल जैन के कहने पर जाली दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से पैसों को ट्रांसफर किया था।
भारत सरकार ने काले धन को खत्म करने के लिए 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद कर 500 और 2000 के नए नोट जारी किए थे। इसी दौरान काले धन वाले कई लोगों ने अपने पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने के लिए अवैध चैनलों का इस्तेमाल किया था।