Bihar election: बागियों की बगावत से बढ़ी सियासी सरगर्मी, चार दर्जन सीटों पर दलों की नींद उड़ी Bihar election: एनडीए का साझा एजेंडा जल्द, एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा संभव सहरसा में सनसनीखेज खुलासा: दो कट्ठा जमीन के लिए बेटे ने की पिता की बेरहमी से हत्या, पुलिस ने दबोचा Bihar News: बिहार में अर्घ्य देने के दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट, कई लोग घायल; जानें क्या है मामला? Bihar Crime News: बिहार में बाइक सवार बदमाशों ने किसान की गोली मारकर हत्या, एक अपराधी गिरफ्तार Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में गोलीबारी के बाद मचा हड़कंप, मुखिया समेत 2 गिरफ्तार Bihar News: बिहार में छठ घाट बनाने के दौरान युवक की डूबने से मौत, परिवार में मचा कोहराम Chhath Puja Tragedy : छठ घाट पर दर्दनाक हादसा: एक ही परिवार के तीन मासूम डूबे, सुरक्षा इंतजाम की खुली पोल Barh Heart Attack : छठ पूजा के दौरान अर्घ्य अर्पित करते समय श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत, गंगा घाट पर मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025 : तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: “हमारा चेहरा तय, एनडीए बताए उनका विजन क्या है” – महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी !
05-May-2020 02:01 PM
By Aryan Anand
PATNA : कहा तो केन्द्र से लेकर बिहार सरकार तक दावा कर रही थी कि अपने-अपने राज्यों के बाहर फंसे मजदूरों को घर वापस लाने के लिए एक भी पैसे नहीं वसूल रही। केन्द्र सरकार का दावा था कि वे महज 15 फीसदी किराया राज्य सरकारों से वसूल रहे हैं यात्रियों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी खुद वीडियो जारी कर साफ कर दिया था कि वे बिहारी मजदूरों से एक रुपया भी भाड़ा नहीं वसूल रहे हैं बल्कि बाहर से आने वाले मजदूरों को क्वारेंटाइन कराने के बाद पैसे भी दिए जाएंगे। लेकिन केन्द्र से लेकर राज्य तक तमाम सरकारों के दावे राजधानी पटना में ही धराशायी होते नजर आयी जब बेंगलुरु से आए मजदूरों ने अपने पास मौजूद ट्रेन का टिकट दिखाया।
बेंगलुरु से पटना पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से उतरे मजदूरों ने बताया कि हमनें ट्रेन का भाड़ा दिया है। पटना पहुंचे मजदूरों ने ट्रेन का टिकट दिखाया और बताया कि उनसे ट्रेन का भाड़ा लिया गया है। इतना ही नहीं मजदूरों ने जो कुछ बताया वो सरकार के होश उड़ा देने वाले हैं। मजदूरों ने टिकट दिखाते हुए बताया कि उनसे 1050 रुपये वसूले गये हैं जबकि टिकट पर 910 रुपया अंकित था। यानि मजदूरों से टिकट तो कटवाया ही गया साथ ही साथ भोले-भाले मजदूरों से अवैध वसूली भी की गयी। 910 रुपये की टिकट पर 1050 रुपये तक वसूले गये।
मजदूरों की ये मजबूरी यहीं नहीं खत्म हुई स्पेशल ट्रेन में जहां दावे किए जा रहे थे कि रास्ते में मजदूरों को खाने पीने की कोई कमी नहीं होगी उसके उलट बिहार पहुंचे मजदूरों को अपना पेट दबा कर आना पड़ा । पटना पहुंचे मजदूरों ने बताया कि समय पर खाना भी नहीं मिला वो भी जितनी बार मिलना चाहिए था वो भी नहीं मिला। ज्यादातर मजदूर भूखे-प्यासे रहकर ही अपने घर पहुंचे।
अब मजदूरों की शिकायत पर सरकार कितना संज्ञान लेती है ये तो वे ही जानें। लेकिन सार्वजनिक तौर पर भाड़ा न लेने का एलान कर भाड़े के साथ नाजायज राशि वसूले जाने का मामला सरकार के दावों की पोल खोलता दिख रहा है। घर पहुंचने की ललक में मजदूरों ने अपनी गाढ़ी कमाई का बड़ा हिस्सा तो खर्च कर दिया अब घर पहुंच कर वे कैसे अपने खाने-पीने का प्रबंध कर सकेंगे। भगवान ही मालिक है, सरकार तो खम ठोक कर मदद का दावा कर ही रही है।