Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट.. Chhaava: “छावा की सफलता का श्रेय विकी को नहीं जाता बल्कि..”, महेश मांजरेकर के बयान से मच गई सोशल मीडिया पर सनसनी Bihar Crime News: युवक की सरेआम हत्या से हड़कंप, बदमाशों ने बैक टू बैक दागी तीन गोलियां Bihar Crime News: बिहार STF और पुलिस की बड़ी सफलता, 9 वर्षों से फरार कुख्यात नक्सली गिरफ्तार
03-Jan-2020 10:03 AM
NAWADA: महिलाओं के सामाजिक परंपराओं की बेड़ियों में बंधे रहने की बात अब पुरानी हो गई है. आज की महिलाओं ने सामाजिक परम्पराओं की बंदिशों को तोड़ते हुए लड़कों को पीछे छोड़ना शुरू कर दिया है. नवादा में 4 बहुओं ने सदियों से चले आ रहे सामाजिक परंपरा की बेड़ियों को तोड़ते हुए अपने ससुर के पार्थिव शरीर को कंधा दिया है.
परंपरा को तोड़ते हुए नवादा जिले के अकबरपुर के पांती इलाके में रहने वाली चार बहुओं ने अपने ससुर के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. चारों में से एक बहू सरपंच है. गांववालों ने बहुओं के इस कदम की सराहना की और उनके साथ शव यात्रा में शामिल भी हुए.
ससुर की मृत्यु के बाद जब शव यात्रा निकली तो चारों बहुएं नदी किनारे भी पहुंची, जहां उनकी मौजूदगी में पूरे रीति रिवाज से ससुर का दाह संस्कार किया गया. बहू शारदा देवी ने बताया कि अर्थी को कंधा देने का मकसद समाज को यह संदेश देना है कि किसी काम पर पुरुषों का एकाधिकार नहीं है. आपको बता दें कि मृतक नकुल पंडित की मौत ठंड लगने से हो गई थी.