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04-Jan-2025 08:30 AM
By First Bihar
Bihar Teacher Transfer: बिहार सरकार ने शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर नई योजना की घोषणा की है, जिसमें चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाएगा। इस प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षकों की व्यक्तिगत, सामाजिक, और पारिवारिक जरूरतों का ध्यान रखना है।
पहले चरण में गंभीर बीमारियों से ग्रसित शिक्षक प्राथमिकता में
पहले चरण में गंभीर बीमारियों से ग्रसित शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें असाध्य रोग जैसे कैंसर, किडनी, लीवर, और हृदय रोग से पीड़ित शिक्षकों का स्थानांतरण होगा। इसके साथ ही दिव्यांग, ऑटिज्म ग्रस्त शिक्षक, विधवा, और परित्यक्ता भी इस चरण में ट्रांसफर का लाभ प्राप्त करेंगे।
दूसरे चरण में पति-पत्नी के लिए विशेष व्यवस्था
दूसरे चरण में पति-पत्नी के समायोजन पर फोकस किया जाएगा। ऐसे शिक्षक जो अलग-अलग स्थानों पर कार्यरत हैं, उन्हें एक ही स्थान पर कार्य करने का अवसर मिलेगा।
महिला और पुरुष शिक्षकों के ऐच्छिक ट्रांसफर
तीसरे चरण में महिला शिक्षकों को दूरी के आधार पर ऐच्छिक ट्रांसफर का लाभ मिलेगा। इसके बाद चौथे चरण में पुरुष शिक्षकों का भी ऐच्छिक ट्रांसफर किया जाएगा।
प्रथम श्रेणी के ट्रांसफर के लिए विशेष समीक्षा
प्रथम श्रेणी के ट्रांसफर के लिए “वन बाय वन” प्रक्रिया अपनाई जाएगी। प्रत्येक आवेदन की गहराई से समीक्षा की जाएगी। स्क्रूटनी के लिए 16 पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। यह सुनिश्चित किया गया है कि प्रक्रिया में डाटा ऑपरेटर शामिल न हों।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर मिलेगी पूरी जानकारी
ट्रांसफर से संबंधित सभी जानकारी ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध होगी। SMS या टेलीफोन के माध्यम से कोई सूचना प्रदान नहीं की जाएगी। शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे समय पर अपने आवेदन और आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करें ताकि प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
सरकार का उद्देश्य
इस प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षकों की जरूरतों का सम्मान करते हुए शिक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी और समावेशी बनाना है। चरणबद्ध ट्रांसफर योजना से शिक्षकों और छात्रों, दोनों को लाभ होगा।