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05-Mar-2025 04:22 PM
फरवरी 2025 में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए किए गए ट्रांजैक्शन की संख्या और ट्रांसफर की गई राशि दोनों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस महीने कुल 1611 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिनके जरिए 21.96 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। पिछले साल फरवरी 2024 की तुलना में, ट्रांजैक्शन की संख्या में 33% और ट्रांसफर की गई राशि में 20% का इज़ाफा हुआ है।
फरवरी 2024 में 1210 करोड़ ट्रांजैक्शन के माध्यम से 18.28 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था, जबकि फरवरी 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 1611 करोड़ ट्रांजैक्शन पर पहुंच गया। इससे साफ जाहिर होता है कि UPI का उपयोग और विश्वसनीयता लगातार बढ़ रही है, और यह डिजिटल भुगतान के प्रमुख माध्यम के रूप में स्थापित हो चुका है।
इसके अतिरिक्त, इस महीने 3 मार्च तक UPI के जरिए 39 लाख ट्रांजैक्शन हुए, जिनमें 1050 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। हालांकि, जनवरी 2025 की तुलना में ट्रांजैक्शन की संख्या में 5% की कमी आई है। जनवरी में 1699 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए थे, जिनके जरिए 23.48 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई थी।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा रेगुलेट किए जाने वाले UPI के उपयोग में लगातार वृद्धि यह दर्शाता है कि भारतीय उपभोक्ता डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में न केवल तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि UPI को अपनी दैनिक लेन-देन की आदतों का हिस्सा बना रहे हैं।
UPI की सफलता का कारण इसके सरल और सुरक्षित इंटरफेस के साथ-साथ इसकी बढ़ती स्वीकार्यता है, जो अब देशभर में हर वर्ग के लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। इस वृद्धि के साथ, डिजिटल भुगतान प्रणाली की प्रभावी कार्यप्रणाली और उसकी पहुंच को लेकर उम्मीदें और भी मजबूत हो गई हैं।