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04-Oct-2025 04:13 PM
By First Bihar
Bihar News: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तैयारी तेज हो गई है। पार्टी ने अपनी चुनाव रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए प्रदेश चुनाव समिति की अहम बैठक आज यानी 4 अक्टूबर 2025 को पटना में हुई। यह बैठक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की उपस्थिति में हुई। इस दौरान आगामी चुनाव को लेकर पार्टी किस तरह से अपना घोषणा पत्र बनाएगी इसको लेकर अहम निर्णय लिए गए हैं।
समाज के हर वर्ग के लोगों तक अपनी योजना और दृष्टिकोण पहुँचाने के लिए कल एक विशेष सुझाव अभियान की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य आगामी घोषणापत्र (मेनिफेस्टो) के लिए आम जनता की राय और सुझाव एकत्र करना है। इसे लेकर कल सुबह सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और दिलीप जायसवाल हरि झंडी दिखाकर इस पहल की औपचारिक शुरुआत करेंगे।
इस अभियान के तहत लोगों को विभिन्न माध्यमों से सुझाव देने का अवसर मिलेगा। कल ही वेबसाइट का भी उद्घाटन किया जाएगा, जिसमें आम लोग सीधे अपनी राय और सुझाव दर्ज कर सकेंगे। इसके अलावा शहर के चौक-चौराहों पर QR कोड लगाए जाएंगे, जिनके माध्यम से लोग मोबाइल से सुझाव भेज सकते हैं। जनता की सुविधा के लिए एक विशेष नंबर भी जारी किया गया है, जिस पर संदेश भेजकर सुझाव दिए जा सकेंगे। इसके अलावा विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर बॉक्स भी रखे जाएंगे, जहां लोग अपने सुझाव सुरक्षित रूप से डाल सकेंगे।
सुझाव अभियान का विस्तार डिजिटल और सोशल मीडिया माध्यमों तक भी किया गया है। व्हाट्सएप के जरिए भी लोगों से संपर्क कर सुझाव मांगे जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस प्रक्रिया में भाग ले सकें। इस अभियान का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को जोड़ना और उनकी राय को घोषणापत्र में सम्मिलित करना है।
अभियान में तमाम समूहों और संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। किसानों, टेम्पो और ऑटो रिक्शा एसोसिएशन, व्यापारियों के मोर्चे, महिला मोर्चा और अन्य सामाजिक समूहों से उनके सुझाव लिए जाएंगे। इसके लिए अभियान को दो चरणों में विभाजित किया गया है। पहला चरण 5 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें डिजिटल और सार्वजनिक माध्यमों से लोगों तक संदेश पहुँचाया जाएगा और सुझाव एकत्र किए जाएंगे।
दूसरा चरण 11 और 12 अक्टूबर को घर-घर जाकर प्रत्यक्ष संपर्क किया जाएगा। इस दौरान टीम सीधे लोगों से बातचीत करके उनके सुझाव एकत्र करेगी और उनका रिकॉर्ड तैयार करेगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि समाज के हर वर्ग, हर पेशे और हर आयु समूह के लोग इस प्रक्रिया में शामिल हों और उनकी आवाज घोषणापत्र तक पहुंचे।
अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल सुझाव लेना ही नहीं है, बल्कि जनता को यह अनुभव कराना है कि उनकी राय को महत्व दिया जाता है और निर्णय प्रक्रिया में उनकी भागीदारी आवश्यक है। इस पहल से यह स्पष्ट होगा कि घोषणापत्र तैयार करते समय केवल राजनीतिक विचारधारा नहीं, बल्कि आम नागरिक की आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
इस पूरे सुझाव अभियान के बाद सभी एकत्रित सुझावों का विश्लेषण किया जाएगा। इसके आधार पर अंतिम घोषणापत्र तैयार किया जाएगा, जो समाज के हर वर्ग के हितों और आवश्यकताओं को ध्यान में रखेगा। यह पहल पारदर्शिता, सहभागिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे व्यापक सुझाव अभियान से न केवल जनता की भागीदारी बढ़ेगी, बल्कि समाज के विभिन्न तबकों की समस्याओं और अपेक्षाओं को समझने का अवसर भी मिलेगा। यह अभियान नागरिकों को अपनी राय व्यक्त करने और सक्रिय रूप से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान करेगा।
अभियान के माध्यम से जनता से मिलने वाले सुझाव न केवल घोषणापत्र को और सुदृढ़ बनाएंगे, बल्कि नीति निर्धारण में भी उपयोगी सिद्ध होंगे। इस पहल से यह संदेश जाएगा कि शासन और समाज के बीच संवाद आवश्यक है और प्रत्येक नागरिक की राय महत्वपूर्ण है।
इधर, इस तरह 5 अक्टूबर से शुरू हो रहे इस व्यापक सुझाव अभियान के माध्यम से आगामी घोषणापत्र को अधिक समावेशी, लोकतांत्रिक और जनता-केंद्रित बनाया जाएगा।