मुजफ्फरपुर रेल पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 2025 में अपराध पर प्रहार, 1100 से अधिक आरोपी भेजे गए जेल पटना में 2025 में आधा हो गया क्राइम, पुलिस ने आंकड़े जारी कर किया दावा, 2024 में हुई घटनाओं की तुलना में इस साल बेहद कम वाकये हुए पूर्णिया में बिजली स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने के नाम पर ठगी: भाजपा नेता के दो अकाउंट से उड़ाये 85 हजार रुपये Bihar Cabinet: 'मंगल पांडेय' के पास पटना से लेकर दिल्ली तक फ्लैट, सिर्फ 1 अकाउंट में एक करोड़ से अधिक जमा, भंडार में किलो के भाव से सोना-चांदी हिजाब विवाद: डॉ. नुसरत प्रवीण ने आज भी नहीं की नौकरी ज्वाइन, लास्ट डेट खत्म Bihar Cabinet: सम्राट चौधरी के पास कितनी है संपत्ति..साल के अंतिम दिन खुद बताया, रायफल-पिस्टल और भी बहुत कुछ.... Bihar Cabinet: साल के अंतिम दिन CM नीतीश ने घोषित की अपनी संपत्ति, नकद और बैंक में कितना रू है,जानें.... Bihar Police: मोतिहारी नगर निगम का वार्ड पार्षद पति फरार..SP ने 10 हजार रू का इनाम घोषित किया Bihar Transport News: बिहार में गाड़ियों की 'मैन्युअली फिटनेस जांच' पर रोक...कल से लागू होगी नई व्यवस्था, परिवहन मंत्रालय ने भेजा गाईडलाइन 1 करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी और रोजगार देगी सरकार, बोले सम्राट चौधरी..बिहार के युवा मजदूरी करने नहीं, सम्मानजनक रोजगार पाने जाएं बाहर
18-Jul-2025 07:34 AM
By First Bihar
Parenting Tips: कई बार माता-पिता यह शिकायत करते हैं कि महंगे स्कूल और ट्यूशन के बावजूद उनके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता और वे कमजोर प्रदर्शन करते हैं। इसके पीछे आलस्य नहीं बल्कि कुछ गहरे कारण हो सकते हैं। बच्चों का ध्यान भटकना, मानसिक दबाव या घर-स्कूल का माहौल जैसे कारक भी उनकी पढ़ाई को काफी प्रभावित करते हैं। आइए, इन कारणों को समझें और समाधान जानते हैं।
ज्यादा दबाव और नकारात्मक माहौल
आज के प्रतिस्पर्धी दौर में माता-पिता और शिक्षक बच्चों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं, जिसके चलते उन पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। यह दबाव बच्चों में डर और तनाव पैदा करता है, जिससे वे गलतियां करते हैं और पढ़ाई से दूर भागते हैं। इसके अलावा अगर घर या स्कूल में बच्चे को बार-बार डांटा जाए या दूसरों से तुलना की जाए तो भी उनका आत्मविश्वास टूटता है। एक सकारात्मक और प्रोत्साहन भरा माहौल बनाएं ताकि बच्चा बिना डर के पढ़ाई पर ध्यान दे सके।
ध्यान भटकने की समस्या
पढ़ाई में कमजोरी का एक बड़ा कारण है बच्चों का फोकस न कर पाना। मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, गेम्स और टीवी जैसे डिस्ट्रैक्शन बच्चों का ध्यान भटकाते हैं। अगर बच्चा क्लास में या घर पर पढ़ते समय बार-बार फोन देखता है तो उसका दिमाग बंट जाता है। माता-पिता को चाहिए कि वे स्क्रीन टाइम सीमित करें और बच्चों को समय प्रबंधन सिखाएं। पढ़ाई के लिए शांत और व्यवस्थित जगह बनाएं, जहां बच्चा बिना किसी रुकावट के फोकस कर सके।
सही डायट और नींद
बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास पढ़ाई में सफलता के लिए जरूरी है। अगर बच्चे को पौष्टिक भोजन नहीं मिलता या उसकी नींद पूरी नहीं होती है तो उसका दिमाग सुस्त रहता है और एकाग्रता कम हो जाती है। माता-पिता को बच्चों के लिए संतुलित आहार जैसे फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त भोजन सुनिश्चित करना चाहिए। साथ ही 8-10 घंटे की नींद का रूटीन बनाएं। सही डायट और नींद से बच्चे का दिमाग तेज होगा और वे पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।