Crime News: महिला ने पति को पहले नशीली दवा खिलाई, फिर चाकू से काट डाला प्राइवेट पार्ट; हैरान कर देगी वजह Crime News: महिला ने पति को पहले नशीली दवा खिलाई, फिर चाकू से काट डाला प्राइवेट पार्ट; हैरान कर देगी वजह Bihar Politics: गोपाल मंडल का दिखा अलग अंदाज, बाढ़ पीड़ितों के बीच सत्तू गूंथकर खाने लगे जेडीयू विधायक; वीडियो वायरल Bihar Politics: गोपाल मंडल का दिखा अलग अंदाज, बाढ़ पीड़ितों के बीच सत्तू गूंथकर खाने लगे जेडीयू विधायक; वीडियो वायरल Bihar Crime News: बिहार में बदमाशों ने सरकारी स्कूल के शिक्षक पर बरसाईं गोलियां, ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप Bihar Politics: तेजस्वी को मिला कांग्रेस का साथ, राजेश राम ने दो EPIC रखने पर उठाए सवाल; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा से मांगा इस्तीफा Bihar Politics: तेजस्वी को मिला कांग्रेस का साथ, राजेश राम ने दो EPIC रखने पर उठाए सवाल; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा से मांगा इस्तीफा Success Story: गरीबी, संघर्ष और जुनून ने बना दिया देश का सबसे युवा IPS ऑफिसर, कौन हैं सफीन हसन? Success Story: गरीबी, संघर्ष और जुनून ने बना दिया देश का सबसे युवा IPS ऑफिसर, कौन हैं सफीन हसन? Bihar News: बेगूसराय में बाढ़ के बीच दर्दनाक हादसा, 83 वर्षीय बुजुर्ग की डूबने से मौत, सरकारी व्यवस्था पर उठे सवाल
10-Aug-2025 11:46 AM
By FIRST BIHAR
Bihar Voter List Revision: बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिविजन अभियान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया के तहत लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। इसी मुद्दे पर अब चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट किया है कि किसी भी मतदाता का अधिकार नहीं छीना गया है, और बिना नोटिस के कोई भी नाम सूची से बाहर नहीं किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में एक एफिडेविट दायर कर कहा कि SIR प्रक्रिया में नाम जोड़ने और हटाने के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। आयोग ने यह भी कहा कि सभी पात्र मतदाताओं का नाम फाइनल लिस्ट में बना रहे, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी व्यक्ति का नाम गलत तरीके से न हटाया जाए।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब आयोग पर 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप लग चुका है। चुनाव आयोग के मुताबिक, 1 अगस्त को जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में कुल 7.89 करोड़ मतदाता शामिल थे, जिनमें से 7.24 करोड़ मतदाताओं ने ही अपने दस्तावेज समय पर जमा किए।
जिन मतदाताओं के दस्तावेज अब तक नहीं मिले हैं, उनकी जानकारी सभी राजनीतिक दलों को समय-समय पर दी जा रही है। इसके अलावा, बिहार से बाहर रहने वाले मतदाताओं को जानकारी देने के लिए अखबारों में 246 विज्ञापन भी प्रकाशित किए जा चुके हैं।