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25-Mar-2025 11:17 AM
By Viveka Nand
Bihar Vidhansabha: बिहार विधानसभा में आज 1st Bihar Jharkahnd की खबर के आधार पर सवाल उठा. राजद विधायक राकेश कुमार रौशन ने उत्पाद विभाग से जुड़ा सवाल उठाया. हमने जनवरी 2025 में मद्ध निषेध विभाग में हो रहे खेल का खुलासा किया था. हमने बताया था, ''CM नीतीश की शराबबंदी को डूबो कर ही मानेंगे..? चार जिलों में 'अधीक्षक' की जगह 'इंस्पेक्टर' रखने की क्या है मजबूरी, मद्य निषेध विभाग को सीनियर 'अफसर' की बजाय जूनियर पर भरोसा''. आज बिहार विधानसभा में यह सवाल उठा. हालांकि मंत्री को इस सवाल का जवाब देने में पसीने छूट गए. मंत्री जब जवाब दे रहे थे तो मुख्यमंत्री सदन में मौजूद थे.
राजद विधायक राकेश कुमार रौशन ने यह सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बक्सर,सिवान,कैमूर और शेखपुरा में उत्पाद अधीक्षक की जगह पर इंस्पेक्टर की पदस्थापना किया गया है. आखिर क्या मजबूरी है ? इनमें तीन जिले यूपी सीमा से सेटे हैं, जहां से शराब की खेप आती है.क्या सरकार बॉर्डर इलाके में जिला अधीक्षक की पोस्टिंग करना चाहती है? क्या इंस्पेक्टर रैक के अधिकारी को उत्पाद अधीक्षक बना दिया जाय.अगर आप प्रभार देते हैं तो वरीय अधिकारी को दीजिए, अधीक्षक अगर वेटिंग फॉर पोस्टिंग है तो फिर अधीक्षक को जिला में पोस्टिंग क्यों नहीं करते हैं?
इस सवाल पर उत्पाद एवं मद्ध निषेध मंत्री घिर गए। उन्होंने बताया कि एक अधीक्षक सस्पेंड है,उन पर विभागीय कार्यवाही चल रही है. तीन उत्पाद अधीक्षक बिपार्ड में प्रशिक्षण ले रहे हैं. मई में प्रशिक्षण समाप्त हो जाएगा,इसके बाद पदस्थापित कर देंगे. सदन में सवाल का जवाब देते समय मंत्री इंस्पेक्टर रैक के अधिकारी जिन्हें प्रभारी अधीक्षक बनाया गया है, उनका बचाव करते दिखे. इस पर प्रश्नकर्ता विधायक ने आपत्ति जताई और कहा कि सरकार सही जवाब नहीं दे रही है. स्पीकर ने मंत्री से कहा कि यह जवाब दीजिए कि कब उन जिलों में अधीक्षक की पोस्टिंग कर देंगे.