ब्रेकिंग न्यूज़

जिम में पसीना बहाते तेज प्रताप का वीडियो वायरल, TY Vlog से बढ़ी लोकप्रियता SBI का ATM काटकर 16 लाख की लूट, गार्ड नहीं रहने के कारण बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम पटना में 25 जगहों पर बनेंगे वेंडिंग जोन, GIS मैपिंग और कचरा प्रबंधन को मिलेगी रफ़्तार: मंत्री नितिन नवीन देवघर के युवक की जमुई में गोली मारकर हत्या, दोस्तों के साथ पूजा में शामिल होने आया था विनोद सहरसा में जेई लूटकांड का खुलासा: हथियार और लूटे गये सामान के साथ अपराधी गिरफ्तार दरभंगा में बीजेपी नेता के घर 10 लाख की चोरी, बंद घर को चोरों ने बनाया निशाना जमुई में पत्थर से कुचलकर 10 साल के बच्चे की हत्या, पड़ोसी ने दिया घटना को दिया अंजाम, पुलिस ने दबोचा ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप ‘आ जाऊंगा यार, I love you..’, लेडी DSP कल्पना वर्मा केस में फोटो और चैट वायरल, पुलिस महकमे में हड़कंप मुकेश अंबानी के समधी अजय पीरामल ने पटना साहिब में मत्था टेका, पहली बार किया पावन दरबार का दर्शन

Bihar Teacher Fraud: बिहार में फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षक होंगे बेनकाब, अबतक 16 हजार से अधिक पर केस दर्ज

Bihar Teacher Fraud: बिहार में नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज़ों की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। अब तक 1,647 शिक्षकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है जबकि 2,852 पर और कार्रवाई की तैयारी है।

Bihar Teacher Fraud

27-Jul-2025 04:02 PM

By FIRST BIHAR

Bihar Teacher Fraud: बिहार में नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। अब तक राज्यभर में 1,647 शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, जबकि 2,852 अन्य शिक्षकों पर भी केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।


रिपोर्ट्स के मुताबिक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने अब तक 6.35 लाख से अधिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया है। इनमें से बड़ी संख्या में शैक्षणिक प्रमाण पत्र और बी.एड डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं, जो गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्राप्त की गई थीं। यह जांच पटना उच्च न्यायालय द्वारा रंजीत पंडित बनाम बिहार सरकार मामले में दिए गए आदेश के तहत की जा रही है। 


यह आदेश 2006 से 2015 के बीच बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए दिया गया था। अब तक 1672 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। केवल जनवरी 2025 से 17 जुलाई 2025 तक के बीच की अवधि में ही 72 एफआईआर दर्ज की गई हैं। निगरानी ब्यूरो, पुलिस महानिदेशक को इन मामलों की शीघ्र और प्रभावी जांच सुनिश्चित करने हेतु लगातार पत्र भेज रहा है ताकि दोषी शिक्षकों पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो सके।