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11-Jul-2025 04:40 PM
By First Bihar
MUZAFFARPUR: बिहार पुलिस पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। मामला मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर हरि थाना क्षेत्र की है जहां के एक दारोगा की हैवानियत सामने आई है। लूट के शिकार एक अकाउंटेंट को पुलिस ने न सिर्फ अपराधी करार दे दिया, बल्कि उसे बेरहमी से पीटकर उसकी जान लेने की भी धमकी दे डाली। जबरन गुनाह कबूलने का दबाव बनाने के दौरान दारोगा ने पीड़ित की पत्नी को वीडियो कॉल कर पिटाई का नजारा भी दिखाया। जिसे देखकर पत्नी फूट-फूट कर रोने लगी लेकिन इस दारोगा ने पत्नी को दिखाते हुए पीड़ित की जमकर धुनाई करने लगा।
दरअसल यह मामला 8 जुलाई 2025 की शाम का है, जब हथौरी थाना क्षेत्र के विशुनदेव नारायण सिंह इंटर कॉलेज के लेखापाल विशाल कुमार 2.11 लाख रुपये लेकर बैंक में जमा करने जा रहे थे। इसी दौरान मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी NH-77 पर हथियारबंद बाइक सवार अपराधियों ने उनसे लूटपाट कर ली। विशाल ने अपराधियों का पीछा किया और फिर पुलिस की डायल 112 सेवा को सूचना दी।
पीड़ित बना संदिग्ध
जब पुलिस विशाल को थाने ले गई, तो वहां थानेदार सुजीत मिश्रा ने उसे लूट की साजिशकर्ता बताकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ के नाम पर उसे एक कमरे में बंद किया गया और लाठी से बर्बरतापूर्वक पीटा गया। विशाल के अनुसार, सुजीत मिश्रा ने कहा कि "बदमाशों ने तो छोड़ दिया, लेकिन हम तुझे बैंक लूट में फंसा कर एनकाउंटर कर देंगे।"
पत्नी को वीडियो कॉल, फिर माफी
इस अमानवीय कृत्य की हद तब पार हो गई, जब थानेदार ने विशाल की पत्नी को वीडियो कॉल कर उसकी पिटाई का दृश्य लाइव दिखाया। बाद में जब मामला बढ़ा और विशाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो थानेदार खुद सिविल ड्रेस में सदर अस्पताल पहुंचे और "गलती" मानते हुए पीड़ित से हाथ जोड़कर, कान पकड़कर माफी मांगने लगे। यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला
इस घटना के बाद मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के. झा ने पूरे मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) तक पहुंचाया। उन्होंने इसे गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन बताते हुए दोषी थानेदार पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। झा ने यह भी स्पष्ट किया कि वे पीड़ित को कानूनी मदद देंगे।
एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
मुजफ्फरपुर के एसएसपी सुशील कुमार ने कहा कि घटना की जांच के आदेश ग्रामीण एसपी को दे दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने एसएसपी से मिलकर थानेदार को तत्काल निलंबित करने की मांग की। उन्होंने चेताया कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो आम जनता का पुलिस पर से विश्वास उठ जाएगा।