Bihar News: बिहार में बनेगी मोकामा-मुंगेर चार लेन सड़क, रेल नेटवर्क का भी होगा विस्तार BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा
18-Jul-2025 03:40 PM
By FIRST BIHAR
Bihar News: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में गुरुवार को शिक्षकों ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दीं। यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट टीचर्स एसोसिएशन के सचिव विवेक हिंद और डॉ. निर्लेश यादव गुट के शिक्षक दिनकर कैंपस में आपस में उलझ गए। मामला इतना बढ़ा कि एक-दूसरे को गाली-गलौज के साथ जान से मारने की धमकी तक दी गई।
यूडीटीए सचिव विवेक हिंद अंग्रेजी विभाग में हाल ही में नियुक्त शिक्षकों से मुलाकात के लिए पहुंचे थे। उसी दौरान अंग्रेजी विभाग के सहायक प्रोफेसर रामप्रकाश यादव भी वहां आ गए और नए शिक्षकों को गुटबाजी से बचने की सलाह दी। इस पर विवेक हिंद ने आपत्ति जताई और बहस शुरू हो गई।
विवेक हिंद ने अपने कुछ समर्थकों को मौके पर बुला लिया, जबकि रामप्रकाश यादव ने डॉ. निर्लेश यादव को फोन कर बुलाया। कुछ ही देर में निर्लेश यादव अपने समर्थक शिक्षकों के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद दोनों गुटों के बीच तेज बहस, गालियां और धमकियां शुरू हो गईं।
विवेक हिंद गुट के शिक्षक बद्रीनाथ झा ने आरोप लगाया कि डॉ. निर्लेश ने उन पर हाथ छोड़ने की कोशिश की और धमकाया कि चलो केमिस्ट्री विभाग, वहां बात करते हैं। वहीं, रामप्रकाश यादव ने बताया कि विवेक हिंद गुट के लोग जब उन पर हावी होने लगे, तो उन्होंने मजबूर होकर डॉ. निर्लेश को बुलाया।
घटना की सूचना पर छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष लालू यादव और कुछ कार्यकर्ता भी वहां पहुंचे, लेकिन उन्होंने किसी भी पक्ष में हस्तक्षेप नहीं किया और दूर रहे। हालांकि बाद में किसी तरह से मामले को शांत कराया गया।