ब्रेकिंग न्यूज़

Sarkari Naukri: बिहार के युवाओं के पास IMD में नौकरी पाने का मौका, आज आवेदन की अंतिम तिथि Bihar Gyan Post : महज 20 रुपये में देशभर में भेजें किताबें , डाकघर में शुरू हुई 'ज्ञान पोस्ट' सेवा; जानिए कैसे करें बुकिंग Bihar Traffic Rules: बिहार में गाड़ी चलाते समय यह गलती करवा देगी लाइसेंस रद्द, 10 हजार चालकों पर गाज गिराने की तैयारी Bihar Board : बिहार बोर्ड को मिला तीन ISO प्रमाणपत्र, देश का पहला बोर्ड बना; जानिए क्या है इससे फायदा IPL Jobs: आईपीएल में नौकरी पाने का यह है सबसे आसान तरीका, जानें वैकेंसी से लेकर योग्यता तक की हर डिटेल.. Electricity Bill : गलत बिजली बिल से मिलेगी छुटकारा, बदली जा रही है मीटर रीडिंग व्यवस्था; विभाग ने लिया बड़ा फैसला Tirhut Graduate MLC : MLC बंशीधर बृजवासी की गाड़ी का एक्सीडेंट, जानेलवा हमले का लगाया आरोप,कहा -गनीमत था की मैं ... Bihar Vidhan Sabha : बिहार विधानसभा में 19 समितियों का गठन, भाई वीरेंद्र को अहम जिम्मेदारी; पूर्व मंत्रियों को भी सौंपी गई कमान Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए

Bihar News: बिहार कृषि विश्वविद्यालय का नाम एक बार फिर हुआ रौशन, रिसर्चर देबजीत बने ISRO में वैज्ञानिक

Bihar News: बीएयू (BIHAR AGRICULTURAL UNIVERSITY) के छात्र देबजीत चक्रवर्ती का इसरो में वैज्ञानिक के रुप में चयन हुआ है। जिससे पूरे राज्य में खुशी की लहर है।

Bihar News

11-Apr-2025 10:49 AM

By KHUSHBOO GUPTA

Bihar News: बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर लगातार नये-नये कीर्तिमान हासिल कर रहा है। बीएयू के मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के शोधार्थी देबजीत चक्रवर्ती का चयन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। देबजीत चक्रवर्ती मूलरूप से पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के सिंगुर, बोराई के रहने वाले हैं।


अपनी सफलता पर खुशी जताते हुए देबजीत ने कहा कि ''कंप्यूटर टेस्ट के आधार पर मेरा चयन हुआ है। 30 दिसंबर 2024 को इसरो द्वारा एनआरएससी की परीक्षा ली गई थी, जिसमें मैं शामिल हुआ था, उसमें मुझे सफलता मिली। मेरा चयन इसरो में वैज्ञानिक के रूप में हुआ है। यूनिवर्सिटी में 5 साल से अधिक समय बीत गया। इस दौरान मुझे यहां काफी कुछ सीखने के लिए मिला। यहां जितने भी प्रोफेसर और वैज्ञानिक हैं, उन्होंने काफी मोटिवेट किया। जिसके कारण आज मैं यहां तक पहुंच पाया हूं।'' 


साल 2019 में  देबजीत चक्रवर्ती आईसीएआर-एनटीएस फेलो के रूप में विवि में नामांकित हुए थे। वे एसएससी, बीएयू सबौर के जूनियर वैज्ञानिक डॉ. निंटू मंडल के सानिध्य में पीएचडी कर रहे हैं। उनका डॉक्टरेट शोध प्रबंध गैर-कैल्केरियस और कैल्केरियस मिट्टी में गेहूं राइजोस्फीयर के तहत लौह और जस्ता नैनोकणों के बैक्टीरिया मध्यस्थता संश्लेषण और उनके मूल्यांकन पर आधारित है। आपको बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने कृषि क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है। जिनमें अनुसंधान, शिक्षा और प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य शामिल हैं।