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19-Jul-2025 06:39 PM
By First Bihar
PATNA: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ शनिवार को बरौनी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय असुरारी और उच्च माध्यमिक विद्यालय असुरारी का औचक निरीक्षण करने पहुंच गये। अपने सामने एस सिद्धार्थ को अचानक देख वहां के शिक्षक और कर्मचारी कुछ देर के लिए असहज हो गए। अपर मुख्य सचिव ने इस दौरन उत्क्रमित मध्य विद्यालय असुरारी के सभी क्लास रूम, शौचालय, पेयजल, भवन का निरीक्षण किया।
स्कूल की व्यवस्था को देखकर एस सिद्धार्थ ने हेडमास्टर की जमकर फटकार लगाई। कहा कि स्कूल में टेंट और जेनरेटर लगवाने के लिए पैसा है लेकिन स्कूल में बल्ब लगाने के लिए नहीं है। टेंट और जेनरेटर नहीं भी रहेगा तो कोई प्रोब्लम नहीं होगी। लेकिन स्कूल में बल्ब नहीं रहेगा तो बड़ी समस्या होगी। स्कूल में व्यवस्था में कमी को लेकर उन्होंने सभी शिक्षकों को जिम्मेदार बताया।
जब एस सिद्धार्थ ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया तब इस कई क्लास रूम बिना बल्ब के मिले। जहां अंधेरे में बच्चों को पढ़ाया जाता था। कुछ कमरों में पंखों की संख्या भी कम थी। जो पंखे लगे थे उनमें से ज्यादातर खराब हालत में थे। गर्मी और उमस के बीच बच्चे पढ़ाई के लिए क्लासरूम में बैठे थे। जिसे देखकर ACS को गुस्सा आ गया। फिर वो दूसरे कमरे गये तो देखा कि कई वर्षों से रूम में किताबों के बंडल और कबाड़ जमा है।
जिसे देखकर वो हेडमास्टर पर भड़क गये। उन्होंने स्कूल के हेडमास्टर अनिल कुमार राय को कहा कि टेंट और जेनरेटर लगवाने के लिए आपके पास समय और बजट है,लेकिन क्लासरूम में बल्ब लगवाने के लिए नहीं है। उन्होंने हेडमास्टर को हर क्लासरूम में बल्ब और पंखा लगाने का निर्देश दिया। वहीं हेडमास्टर चुपचाप खड़े होकर एसीएस की बातें सुन रहे थे। वही इस दौरान एस सिद्धार्थ ने स्कूल की साफ-सफाई, शौचालयों की हालत, पेयजल व्यवस्था और कक्षा में अनुशासन जैसे पहलुओं की जांच की। कई स्थानों पर साफ-सफाई बेहद खराब मिली। ACS ने शिक्षकों को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विद्यालय की व्यवस्था सामूहिक जिम्मेदारी है। केवल प्रधानाध्यापक नहीं, बल्कि हर शिक्षक उत्तरदायी है।
स्कूल के निरीक्षण के दौरान ACS एस सिद्धार्थ ने मौजूद छात्रों और अभिभावकों से सीधा संवाद किया। इस दौरान अभिभावकों ने समस्याओं की झड़ी लगा दी। कहने लगे कि छात्रवृत्ति की राशि समय पर नहीं मिलती है। मिड डे मील कई बार नहीं दिया जाता है। स्कूल में शिक्षकों की कमी है। स्कूल में सफाई व्यवस्था लचर है। स्कूल तक पहुंचने का स्ता टूटा हुआ है और कीचड़ भरा है। अभिभावकों की शिकायत सुनने के बाद ACS ने भरोसा दिलाया कि सभी शिकायतों की जांच कर त्वरित समाधान किया जाएगा। वही हेडमास्टर को चेतावनी दी कि 7 दिन के अंदर सुधार करें नहीं तो अगली बार आएंगे और लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।