पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
Makar Sankranti: मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक प्रमुख और पवित्र त्योहार है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के अवसर पर मनाया जाता है। इसे नए साल का पहला बड़ा त्योहार माना जाता है, जो धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है। इस पर्व पर स्नान, दान, और भगवान का जाप करना विशेष पुण्यदायी होता है।
2025 में मकर संक्रांति की तिथि और शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति इस वर्ष मंगलवार, 14 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। सूर्य इस दिन सुबह 8:55 बजे मकर राशि में प्रवेश करेगा, और इसका प्रभाव शाम 4:55 बजे तक रहेगा।
ज्योतिषीय प्रभाव और नक्षत्रों का महत्व
लाभ: अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण और धनिष्ठा नक्षत्र के जातकों को इस दिन वस्त्र लाभ और समृद्धि प्राप्त हो सकती है।
नुकसान: शततारका, पूर्वाभाद्रपदा और उत्तराभाद्रपदा नक्षत्र के जातकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
यात्रा: आद्रा, पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र वाले मिथुन और कर्क राशि के जातकों को यात्रा करनी पड़ सकती है।
संक्रांति का स्वरूप और ज्योतिषीय विशेषताएँ
2025 की मकर संक्रांति बालव करण में है। इसका वाहन बाघ और उप-वाहन घोड़ा है। इस वर्ष संक्रांति पीले वस्त्र पहने हुए, गदा धारण किए, माथे पर केसरिया तिलक लगाए, और मोती व चमेली की सजावट के साथ पूर्व से पश्चिम दिशा में जा रही है।
दान और पूजा का महत्व
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान, तिल और गुड़ का दान, और भगवान सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए दान और कर्मों से सुख-समृद्धि बढ़ती है।
विशेष संदेश
मकर संक्रांति न केवल सूर्य की उपासना का पर्व है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता और नई ऊर्जा का संचार करने का भी दिन है। इस दिन दान-पुण्य और पूजा के माध्यम से अपने जीवन को अधिक सुखमय और मंगलमय बनाने का प्रयास करें।