DESK : 22 जनवरी को अयोध्या में राम आ रहे हैं। पूरे देश में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर्षोल्लास का माहौल है। लोग जहां भी हैं जिस शहर में भी है उसी शहर को अयोध्या बनाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन एक बड़ी बात ये भी है कि एक तरफ जहां राम मंदिर को लेकर धूम है तो वहीं दूसरी तरफ बंगाल में यूपी से गए साधुओं पर जानलेवा हमला किया है। इनकी गलती बस इतनी है कि इन्होनें एक लड़की से अपने गतंव्य स्थान पर जाने का रास्ता पूछ लिया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले के लिए जा रहे तीन साधुओं को गुरुवार की शाम को भीड़ ने पीटा। यह घटना पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में हुई। साधुओं के अपहरणकर्ता होने का संदेह पर उनकी पिटाई कर दी। साधुओं के साथ जा रहे एक व्यक्ति और उसके दो बेटों ने मकर संक्रांति त्योहार के लिए गंगासागर पहुंचने के लिए एक गाड़ी किराए पर लिया था। जैसे ही उन्होंने रास्ते के बारे में पूछताछ की तो कुछ स्थानीय लोगों को संदेह हुआ। इसके बाद उत्तेजित भीड़ ने उन पर अपहरण का आरोप लगाया। उन्होंने साधुओं के साथ मारपीट की।
इन साधुओं ने तीन किशोर लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछा। इसके बाद वे चिल्लाईं और वहां से भाग गईं। यह देख स्थानीय लोगों ने साधुओं को पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट की। मामला बढ़ने पर स्थानीय पुलिस ने हस्तक्षेप किया और साधुओं को बचाया। पुलिस उन्हें लेकर काशीपुर पुलिस स्टेशन पहुंची।
इस घटना को लेकर पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक अभिजीत बनर्जी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस ने यह भी कहा कि हमले में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि साधु रास्ता भटक गए थे और दो लड़कियों से उन्होंने रास्ता पूछा। उन्होंने बताया कि लड़कियां डर गईं और भाग गईं, जिससे स्थानीय लोगों ने अनुमान लगाया कि साधुओं ने लड़कियों को परेशान किया होगा। उन्होंने कहा कि बाद में साधुओं के लिए गंगासागर मेले के लिए गाड़ी की व्यवस्था की गई।