RANCHI : ईडी ने वीरेंद्र राम की काली कमाई की लॉन्ड्रिंग के आरोप में तीन लोगों को अरेस्ट किया है। इसमें दिल्ली के सीएम मुकेश मित्तल का सहयोगी नीरज मित्तल हवाला कारोबारी राम प्रकाश भाटिया और फर्जी आधार को पैन के सहारे कंपनी बनाने वाला ताराचंद शामिल है। ईडी ने नीरज मित्तल को दिल्ली से पकड़कर रांची लाने के बाद गिरफ्तार किया। वहीं ताराचंद को रांची बुलाकर अरेस्ट किया है। जबकि हवाला कारोबारी राम प्रकाश भाटिया को दिल्ली से पकड़कर रांची लाया गया।
नीरज मित्तल को शनिवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। ईडी द्वारा मांगी गयी पांच दिनों की रिमांड के मुद्दे पर कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई की तिथि तय की। इसके साथ ही उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। राम प्रकाश भाटिया और ताराचंद को रविवार को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जायेगा। ईडी का समन मिलने के बाद नीरज मित्तल घर छोड़ कर भाग गया था। ईडी ने सीसीटीवी फुटेज से उस गाड़ी को तलाशा, जिससे वह भागा था। इसके बाद ड्राइवर से मिली सूचना के आधार पर उसे दिल्ली से पकड़ कर रांची लाया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिग के आरोप में सीए मुकेश मित्तल से पहले पूछताछ कर चुका है। फिलहाल वह अपने पते पर उपलब्ध नहीं है। उसकी तलाश जारी है।
ईडी ने जांच में पाया कि बीरेंद्र राम की काली कमाई की लाउंड्रिंग के लिए सुनियोजित साजिश रची गयी थी। इसमें सीए, हवाला ऑपरेटर और फर्जी दस्तावेज के सहारे कंपनी बनानेवाले को शामिल पाया गया।फर्जी दस्तावेज के सहारे खोली गयी कंपनियों के खाते में वित्तीय वर्ष 2020-23 तक की अवधि में कुल 109.18 करोड़ रुपये जमा किये गये थे। यह राशि अब बढ़ कर 121 करोड़ रुपये हो गयी है।