PATNA: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की दो दिवसीय बैठक मुंबई में होने जा रही है। 31 अगस्त से 01 सितंबर तक यह बैठक मुंबई में होगी। इस मीटिंग में इंडिया गठबंधन का लोगो जारी किया जाएगा। साथ ही समन्वय समिति के गठन, संयोजकों की नियुक्ति, संभावित सीट-बंटवारे के फार्मूले पर भी चर्चा हो सकती है। विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दो दिन पहले मुंबई पहुंच गये हैं।
मुंबई एयरपोर्ट पर विपक्षी दलों के नेताओं ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को बुके देकर स्वागत किया। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम, पूर्व मंत्री नसीम खान, बाबा सिद्दीकी, सचिन अहीर सहित विपक्षी गठबंधन के कई नेता एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।
मुंबई पहुंचते ही बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि "INDIA जनता की शान है, INDIA में जनता की जान है। INDIA की लोकप्रियता और जनहित के मुद्दों से घबराकर 9 साल जनता को लूटने वाली मोदी सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर में कुछ कटौती की है। देखते जाइए, इनसे पेट्रोल-डीजल और खाद्य पदार्थों के दाम भी कम करायेंगे। पूँजीपतियों को देश बेचने से भी बचायेंगे।"
पटना से मुंबई जाने के दौरान लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी के नरेटी पर चढ़ने जा रहे हैं हम, नरेंद्र मोदी का नरेटी पकड़ कर उसको हटाना है। इसबार उसका कहीं से भी वापसी नहीं होगा। यह तय है। एनडीए वाला मुंबई में बैठक कर रहा है तो क्या होगा वहां बहुत लोग का बैठक होता रहता है। ये लोग इस बार कहीं से भी वापस नहीं आएगा।
दरअसल, विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरे चरण की बैठक मुंबई में होने वाली है। इस बैठक में शामिल होने को लेकर बिहार से सीएम नीतीश कुमार के साथ ही साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमों लालू यादव को जाना है। इस बैठक में शामिल होने के लिए लालू अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव के साथ मुंबई पहुंचे हैं। इसके पहले लालू ने अपने बयान के जरिए यह बता दिया है कि, इस बार भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए उन्होंने अपनी तैयारी कर रही है।
लालू यादव ने आज पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि- हम आज इस बार मुंबई नरेंद्र मोदी के नरेटी पर चढ़ने जा रहे हैं, मोदी का नरेटी पकड़ कर उसको कुर्सी से उतार देंगे उसके बाद ही कुछ करेंगे। ूइस बार उसका हार तय है, वो इस बार वापसी नहीं कर रहा है। इस बार हमलोग जीतेंगे और मोदी को कुर्सी से हटाएंगे। अब वो लोग भी मुंबई में बैठक कर रहा है उससे क्या होने वाला है, वहां तो बैठक होते रहता है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
मालूम हो कि, इससे पहले लालू प्रसाद ने कहा, 'तीन-चार राज्यों के लिए एक संयोजक बनाया जाएगा जो स्थानीय नेताओं के साथ समन्वय बनाएगा और बातचीत करेगा। अब ऐसे में नीतीश कुमार को एहसास हो गया कि मुंबई की बैठक में जब कई संयोजक का नाम तय किया जाएगा तो उन्हें भी कई संयोजक में से एक संयोजक बनाया जाएगा। जिसका साफ मतलब है कि लालू प्रसाद ने कांग्रेस के साथ मिलकर अपने मास्टर स्ट्रोक बयान से नीतीश कुमार के राजनीति को एक किनारे लगा दिया और उनके प्रधानमंत्री बनने के सपने को सपना ही बना दिया।
इधर, नीतीश कुमार ने भी कहा है कि, 'मुझे विपक्षी गठबंधन का संयोजक नहीं बनना है। संयोजक कोई और बनेगा। हमारी कोशिश सब को एक साथ लाने की है। मुंबई की बैठक से पहले लगातार इस बात की चर्चा हो रही थी कि इस बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जाएगा मगर लालू के बयान से स्पष्ट हो गया है कि नीतीश कुमार ने भले ही विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी मगर लालू ने नीतीश के बढ़ते कद को छोटा कर दिया है।