PATNA : 'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के छात्र विंग ने केन्द्र और बिहार सरकार से लॉकडाउन के दौरान निजी क्षेत्र में बेरोजगार हुए लोगों के लिए भत्ते की मांग की है। छात्र मोर्चा ने सरकार को दो जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया है। वहीं मोर्चा ने सरकार से कोचिंग संस्थानों को खोलने की भी मांग की है।
कॉलेज ऑफ कॉमर्स छात्रसंघ अध्यक्ष सह विकासशील छात्र मोर्चा के नेता विकास बॉक्सर ने जो पिछले चार महीने में बेरोजगार हुए हैं उनके पास आय का कोई साधन नहीं हैं उन्हें केन्द्र और राज्य सरकार तत्काल भत्ता देने की व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में प्राइवेट कोचिंग के शिक्षक, प्राइवेट संस्थानों में काम करने वाले लोग व अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों पर सरकार ध्यान दे और उन्हें तत्काल भत्ता दे। उन्होनें कहा कि विकासशील छात्र मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी सरकार को 2 जुलाई तक का अल्टीमेटम देती है। अगर सरकार ने 2 जुलाई तक बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया तो हम लोग सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।
विकास बॉक्सर ने कहा कि हम पटना ही नहीं पूरे बिहार के कामगारों के लिए बेरोजगारी भत्ते की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर होने की बात करते हैं और दूसरी ओर लॉकडाउन के वक्त में लोगों को चार महीने से वेतन नहीं मिल रहे। ऐसे लोगों के सामने भूखमरी की स्थिति हो गई। हम ऐसे लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
छात्र नेता ने कहा कि आज हालात ऐसे हैं कि शिक्षण संस्थानों में काम करने वाले गरीब मजदूर और कोचिंग संस्थान चला के अपना जीवन यापन करने वाले लोग भूखे पेट सो रहे हैं। इसलिए सरकार से आग्रह है कि वह अपनी राजनीति इस समय बंद करके इस समस्या का समाधान निकालें। जिस प्रकार मंदिर, मस्जिद एवं गुरुद्वारों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन का ख्याल रख कर खोलने का आदेश दिया गया है, उसी प्रकार छोटे कोचिंग और शिक्षण संस्थान को भी खोलने का आदेश दिया जाए जिससे कि उन लोगों का भी परिवार चल सके।