ब्रेकिंग न्यूज़

पिपरा सीट से जदयू विधायक रामविलास कामत ने दाखिल किया नामांकन, कहा..एनडीए गठबंधन पूरी तरह मजबूत दूसरे दिन का पहला नामांकन: कटिहार सदर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी अशोक कुमार भगत ने किया नॉमिनेशन कटिहार में सोशल मीडिया पर हथियार लहराना पड़ गया महंगा, पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार कटिहार में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, दो कट्टा और भारी मात्रा में हथियार बनाने का सामान बरामद Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीटों को लेकर जारी घमासान के बीच भाकपा माले ने जारी की पहली लिस्ट, सूची में 18 उम्मीदवारों के नाम Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीटों को लेकर जारी घमासान के बीच भाकपा माले ने जारी की पहली लिस्ट, सूची में 18 उम्मीदवारों के नाम Purnea News: इंटैक राज्य स्तरीय नेशनल हेरिटेज क्विज़ में पूर्णिया चैप्टर एवं विद्या विहार के विद्यार्थियों ने रचा इतिहास, प्राप्त किया पहला स्थान Purnea News: इंटैक राज्य स्तरीय नेशनल हेरिटेज क्विज़ में पूर्णिया चैप्टर एवं विद्या विहार के विद्यार्थियों ने रचा इतिहास, प्राप्त किया पहला स्थान पूर्णिया में लूट की कोशिश नाकाम, व्यवसायी और ट्रैक्टर चालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग Bihar Election 2025: बीजेपी की पहली लिस्ट में महिलाओं की कितनी भागीदारी? जानिए.. किन महिला उम्मीदवारों को मिला मौका

श्रवण कुमार ने अवधेश कुमार को पढ़ाया आसन का पाठ, विजय चौधरी ने भाई वीरेन्द्र पर ली चुटकी

1st Bihar Published by: 2 Updated Wed, 03 Jul 2019 02:13:58 PM IST

श्रवण कुमार ने अवधेश कुमार को पढ़ाया आसन का पाठ, विजय चौधरी ने भाई वीरेन्द्र पर ली चुटकी

- फ़ोटो

PATNA : बिहार विधान सभा के मॉनसून सत्र के चौथे दिन एक अजीब वाकया देखने को मिला. विधान सभा की कार्यवाही के बीच मंत्री श्रवण कुमार को कांग्रेस विधायक अवधेश कुमार को सदन का नियम और आसन का सम्मान करना सिखाना पड़ा. दरअसल सदन में जल संकट पर सवाल किया जा रहा था. इसी बीच कांग्रेस के विधायक अवधेश कुमार ने बैठे- बैठे आसन को संबोधित करने की कोशिश की. इस पर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने अवधेश कुमार से कहा कि आसन को संबोधित करने से पहले उठ जाइए. विधान सभा के अध्यक्ष ने भी श्रवण कुमार का समर्थन किया. इसी बीच आरेजडी के भाई वीरेन्द्र ने बैठे बैठे अध्यक्ष महोदय कह डाला. इस पर विधान सभा के अध्यक्ष विजय चौधरी ने भाई वीरेन्द्र पर चुटकी लेते हुए कहा कि देखिए श्रवण बाबू अब भाई वीरेन्द्र को लग गया कि बैठे- बैठे बोलने की विशेषज्ञता उनके पास है तो आप अवधेश बाबू का नाम क्यों ले रहे हैं.