PATNA : पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों पर उनके एचओडी द्वारा एक खास दवा कंपनी की दवा लिखे जाने के लिए दबाव बनाए जाने का मामला विधान परिषद तक जा पहुंचा। कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस मामले को सदन में उठाते हुए कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया। हड़ताल और उसके कारण पर चर्चा के लिए कांग्रेस की तरफ से विधान परिषद में कार्यस्थगन का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन कार्यकारी सभापति ने इसे नामंजूर कर दिया।
कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों के तरफ से की जा रही बार-बार स्ट्राइक को गंभीर बताते हुए आरोप लगाया कि मेडिकल पीजी के छात्रों को एचओडी ने केवल इसलिए एग्जाम में फेल कर दिया क्योंकि वह एक खास दवा कंपनी की दवाएं लिखवाना चाहते थे।
राज्य में गिरती कानून व्यवस्था का मुद्दा भी विधान परिषद में आरजेडी की तरफ से उठाया गया। आरजेडी विधान पार्षद सुबोध राय ने सदन में इस पर चर्चा के लिए कार्यस्थगन का प्रस्ताव देते हुए आरोप लगाया कि सरकार बिहार में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रख पाने में पूरी तरह से फेल हुई है। हालांकि कार्यकारी सभापति ने आरजेडी की तरफ से दिए गए इस कार्य स्थगन प्रस्ताव को भी अस्वीकृत कर दिया।
पटना से गणेश सम्राट की रिपोर्ट