वोटर्स पर चला अक्षरा सिंह का जादू!, गरिमा देवी बनीं बेतिया की मेयर, रोड शो से बिना चप्पल के स्कूटी से भागी थीं एक्ट्रेस

वोटर्स पर चला अक्षरा सिंह का जादू!, गरिमा देवी बनीं बेतिया की मेयर, रोड शो से बिना चप्पल के स्कूटी से भागी थीं एक्ट्रेस

BETTIAH: छिटपुट घटनाओं के बीच बिहार में नगर निकाय का चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। दो चरणों में हुए निकाय चुनाव में किसी को जनता का आशीर्वाद मिला तो किसी को हार का मुंह देखना पड़ा। बेतिया नगर निगम से मेयर पद की उम्मीदवार गरिमा देवी सिकारिया ने शानदार जीत दर्ज की है। मेयर पद पर गरिमा देवी की जीत काफी खास मानी जा रही है क्योंकि उन्होंने पूर्व डिप्टी सीएम रेणू देवी की बहू सुरभि घई को हराया है। इस जीत के पिछे भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह का अहम योगदान माना जा रहा है। अक्षरा सिंह पिछले दिनों गरिमा देवी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंची थी, इस कार्यक्रम के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी और उन्हें सबिना चप्पल के ही स्कूटी पर सवार होकर भागना पड़ा था।


दरअसल, भोजपुरी की मशहूर अदाकार अक्षरा सिंह बीते रविवार को मेयर गरिमा देवी के पक्ष में रोड शो कर रही थीं। इस दौरान लोगों की भाड़ी भीड़ उमड़ पड़ी थी। बेकाबू भीड़ को देखते हुए अक्षरा सिंह को स्कूटी से भागना पड़ा था। इस दौरान अक्षरा को चप्पल पहने तक का मौका भी नहीं मिला था और वे खारी पैर ही स्कूटी पर बैठकर वहां से भागीं थीं। स्कूटी के पीछे बड़ी संख्या में उनके चाहने वाले दौड़ लगाते दिखे थे।


जिस स्कूटी पर अक्षरा सिंह बैठी थी वह मेयर प्रत्याशी गरिमा सिकारिया के पति रोहित सिकारिया चला रहे थे। रोहित सिकारिया ने अक्षरा को भीड़ से निकाला और अक्षरा स्कूटी के पीछे बैठ गयी। किसी की नजर उन पर ना पड़े इसलिए अक्षरा ने चेहरा ढक लिया था। फिर अक्षरा स्कूटी से किसी तरह भीड़ से निकल पाई थीं। अक्षरा सिंह का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।


बता दें कि रविवार को रोड शो करने के बाद अक्षरा का काफिला पोखरभिंडा गांव में पहुंचा था। नियत समय खत्म हो जाने के बाद वह गाड़ी से नीचे उतर गई थीं। गाड़ी से नीचे उतरते ही फैंस की भारी भीड़ लग गई। अक्षरा सिंह की एक झलक पाने और सेल्फी लेने के लिए फैंस टूट पड़े थे। मौके की नजाकत को देखते हुए प्रत्याशी के पति ने अक्षरा सिंह को स्कूटी पर बैठाया और भीड़ से बचाने के लिए भागने लगे। हालांकि फैंस ने तब भी हार नहीं मानी और स्कूटी के पीछे-पीछे दौड़ने लगे। किसी तरह प्रत्याशी के पति अक्षरा सिंह को भीड़ से बचाकर बेतिया ले गये थे।