BAGHA : बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में हिरण के शिकार का मामला सामने आया है. वनकर्मियों ने हिरण का मांस बना रहे शिकारी तस्करों को रंगेहाथ दबोच लिया है. इस दौरान एक शिकारी तस्कर को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, वनकर्मियों को देखकर कई अन्य शिकारी तस्करी मौके से भागने में कामयाब रहे. गिरफ्तारी शिकारी तस्कर यूपी के सिसवा गांव का रहने वाला रत्नेश कुमार सिंह बताया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के भेड़िहारी वन क्षेत्र के कक्ष संख्या एम 22 के जंगल में कुछ शिकारी तस्करों द्वारा एक हिरण का शिकार किया गया. इस बारे में वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र अधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के भेड़िहारी जंगल में कुछ शिकारी तस्करों द्वारा हिरण का शिकार कर मांस बनाया जा रहा है. इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के वनकर्मियो की टीम को भेजकर छापेमारी कराई गई. इस छापेमारी में 25 किलो मांस, खाल, सींग और मांस बनाने वाला एक हथियार के साथ एक शिकारी तस्कर को गिरफ्तार किया गया है.
वन क्षेत्र अधिकारी प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार शिकारी तस्कर की निशानदेही पर फरार अन्य आधा दर्जन शिकारी तस्करों को नामजद मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कराई जाएगी. वन क्षेत्र अधिकारी ने बताया कि हिरण का शिकार बंदूक से होना प्रतीत हो रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक नीरज नारायण ने बताया कि वीटीआर का वन प्रमंडल दो के कुछ वन क्षेत्रों दूसरे राज्यों तथा देशो से जुड़े हैं, ऐसे में अंतराराष्ट्रीय शिकारी तस्करों की घुसने की संभावना बनी रहती है.
उन्होंने बताया कि हिरण के शिकार की मामला काफी चिंताजनक है. इसकी जांच कर गिरफ्तार शिकारी तस्कर तथा फरार शिकारी तस्करों के विरुद्ध वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई कर सजा दिलाई जाएगी.