DELHI: तीन तलाक बिल का विरोध करने का पहले से ही एलान कर चुके नीतीश कुमार लोकसभा में ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ वोटिंग की हिम्मत नहीं जुटा पायी. लोकसभा में आज बिल पर चर्चा के दौरान जदयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह के तेवर भी नरम ही रहे. जदयू ने बीच का रास्ता निकालते हुए बिला का विरोध करने के बजाय वोटिंग का बहिष्कार किया.
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ललन सिंह के नरम रहे तेवर
नीतीश कुमार शुरू से कहते आ रहे हैं कि उनकी पार्टी ट्रिपल तलाक बिल का विरोध करेगी. लोकसभा में आज जब बिल आया तो ये माना जा रहा था कि NDA में रहने के बावजूद नीतीश की पार्टी बिल के खिलाफ वोट करेगी. लेकिन जब लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता ललन सिंह बोलने के लिए खड़े हुए तो उनके तेवर नरम थे. वे सरकार को मना रहे थे कि सरकार बिल लाने से पहले मुस्लिम धर्म गुरूओं से बात करे. इस दौरान उनकी मंत्री गिरीराज सिंह और आर के सिंह से नोंक झोंक भी हुई. लेकिन ये हंसी मजाक तक ही रहा. ललन सिंह ने अपने भाषण में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को अपना पुराना मित्र बताया. उन्होंने सदन को बताया कि रविशंकर प्रसाद के साथ उन्होंने चारा घोटाले की लड़ाई लड़ी थी.
जदयू ने क्यों किया वोटिंग का बहिष्कार
शायद ये बीजेपी का डर था जिसने जदयू के तेवर को नरम कर दिया. लिहाजा जो पार्टी खुलकर तीन तलाक का विरोध करने का एलान कर रही थी उसने वोटिंग का बहिष्कार करने का फैसला लिया. ललन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी तीन तलाक बिल के ना तो पक्ष में वोट करेगी और ना ही विरोध में. इस मसले पर जदयू के उपर बीजेपी का दबाव स्पष्ट तौर पर दिख रहा था.