PATNA: एक बार फिर केंद्र और बिहार सरकार की मजदूरों ने पोल खोल दी. एर्णाकुलम से दानापुर पहुंचे कई मजदूरों ने कहा कि आने के लिए उनके 910 रुपए किराया वसूला गया. बकायदा मजदूरों ने 910 रुपए का टिकट भी दिखाया. मजदूरों ने कहा कि यह टिकट उनलोगों को स्टेशन पर दिया गया. सभी मजदूर लॉकडाउन के कारण केरल में फंसे हुए थे. आज इन मजदूरों को लेकर श्रमिक स्टेशल ट्रेन दानापुर पहुंची.
रेलवे ने भी किराया लेने से किया इंकार
रेल मंत्रालय की ओर से जवाब दिया गया है कि इन पूरी यात्राओं के लिए सिर्फ राज्य सरकारों से 15 फीसदी पैसा वसूला जा रहा है, ऐसे में कोई भी टिकट नहीं बेचा जा रहा है. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर किसने मजदूरों से 910 रुपए लिया और टिकट दिया.
सीएम नीतीश बोले- मजदूरों और छात्रों से नहीं लिया जा रहा पैसा
सीएम नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहारियों को लाने के लिए राज्य सरकार रेलवे को पैसा दे रही है. बिहार आने पर मजदूरों को कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है. कोटा से जो छात्र आ रहे हैं. उनसे भी पैसा नहीं लिया जा रहा है. जिस स्टेशन पर उनकी ट्रेन आएगी तो पूरी जांच करने के बाद उनके प्रखंड तक भेजा जाएगा. वहां पर 21 दिन का क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. सीएम नीतीश ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहने के लिए सभी तरह की व्यवस्था की गई है. क्वॉरेंटाइन सेंटर से जाने के बाद जितना भी आने में उनको खर्च हुआ उसके अलावे 500 रुपए अलग से सरकार देगी और कम से कम 1000 हजार रुपए उनको दिया जाएगा.