PATNA: तेजस्वी यादव समेत लालू प्रसाद यादव के दूसरे परिजनों के ठिकाने पर छापेमारी के बाद बिहार की सियासी तस्वीर भी बदल गयी है. पटना में आज एक सार्वजनिक कार्यक्रम में राजद के एक कद्दावर मंत्री के साथ जो हुआ वह अलग ही कहानी कह रहा है। ये मंत्री तेजस्वी यादव के काफी करीबी माने जाते हैं लेकिन भरी महफिल में उनकी इज्जत उतर गयी।
ये वाकया पटना के राजेंद्र नगर का है जहां आज अमर शहीद जुब्बा सहनी की प्रतिमा और पार्क का उद्घाटन हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका उद्घाटन करना था। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक तो तेजस्वी यादव को ही इस कार्यक्रम में शामिल होना था। लेकिन वे तो दिल्ली में फंसे थे. लिहाजा राजद का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक मंत्री उस कार्यक्रम में पहुंचे. लेकिन वहां उनकी इज्जत उतर गयी।
ये वाकया ढेर सारे लोगों औऱ मीडियाकर्मियों के सामने हुआ. राजद के मंत्री समय से पहले पार्क के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंच गये. प्रोटोकॉल के तहत उन्हें मुख्यमंत्री के आने से पहले से वहां पहुंचना था. मंत्री की गाड़ी पार्क के मेन गेट के पास रूकी और मंत्री जी गाड़ी से नीचे उतरने लगे ताकि कार्यक्रम स्थल तक जा सकें. लेकिन वहां बड़ी तादाद में सीएम सेक्योरिटी के जवान तैनात थे. जैसे ही मंत्री की गाडी रूकी, सीएम सुरक्षा के जवान गाड़ी के पास पहुंचे और ड्राइवर से कहा-गाड़ी आगे बढ़ाओ।
गाड़ी में बैठे मंत्री ने सीएम सुरक्षा के जवानों को अपना परिचय दिया और बताया कि उन्हें भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होना है. लेकिन सीएम सुरक्षा के जवानों ने कुछ भी सुनने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा-गाड़ी आगे बढ़ाइये औऱ मंत्री को अगर अंदर जाना है तो पिछले गेट से आये. मेन गेट से सिर्फ सीएम जायेंगे. पटना पुलिस के कुछ अधिकारी भी वहां मौजूद थे. उन्होंने सीएम सुरक्षा के जवानों को बताया कि ये मंत्री हैं. लेकिन सीएम की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों ने कोई नोटिस ही नहीं लिया. मंत्री को अपनी गाड़ी आगे ले जाकर रोकनी पडी. फिर मंत्री टहलते हुए पिछले गेट से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे।