तेजस्वी ने बिहार पुलिस को JDU का कार्यकर्ता बताया, बोले.. अच्छा फर्ज निभाया

तेजस्वी ने बिहार पुलिस को JDU का कार्यकर्ता बताया, बोले.. अच्छा फर्ज निभाया

PATNA : पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद की हत्या के मामले में अब सियासत तेज होती नजर आ रही है. फर्स्ट बिहार के इस खुलासे के बाद कि पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह ने 9 दिन पहले अपनी हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन उसके बावजूद बिहार पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बिहार पुलिस को जेडीयू का कार्यकर्ता बता डाला है ट्वीट करते हुए लिखा है- नवनिर्वाचित जिला परिषद ने बिहार पुलिस अर्थात् जेडीयू पुलिस सह कार्यकर्ता को लिखित शिकायत की थी कि JDU की बिहार सरकार में मंत्री लेसी सिंह का भतीजा उनकी हत्या करवा सकता है लेकिन JDU पुलिस अपना कार्यकर्ता वाला फर्ज़ निभाने में तत्पर रही और उसकी हत्या हो गयी.


तेजस्वी ने लिखा- बिहार से अच्छा क़ानून का राज कहीं होगा क्या, जहाँ पुलिस ही नागरिकों और निर्वाचित विपक्षी जनप्रतिनिधियों की हत्या करवाती हो, जहाँ पुलिस ही शराब की तस्करी करती हो, जहाँ पुलिस ही थानों से शराब बेचती हो, जहाँ पुलिस सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता के रूप मेन कार्य करती हो?




आपको बता दें कि पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह की हत्या के बाद एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं. एक तरफ जहां रिंटू सिंह के परिजन मंत्री लेसी सिंह के ऊपर साजिश का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस की भूमिका पर भी बड़े सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, हत्या के ठीक 9 दिन पहले रिंटू सिंह ने पुलिस को यह जानकारी दी थी कि उनकी हत्या कराई जा सकती है. फर्स्ट बिहार के पास रिंटू सिंह की तरफ से पुलिस में दी गई लिखित शिकायत की कॉपी मौजूद है. इसमें रिंटू सिंह ने बताया है कि उनके ऊपर हमला किया गया और आशीष सिंह उसकी हत्या करवा सकता है. 

रिंटू सिंह के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि आशीष सिंह ने ही हत्या की घटना को अंजाम दिया. हत्या के बाद परिजनों की तरफ से दर्ज कराई गई. शिकायत में भी उसे मुख्य आरोपी बनाया गया है. आशीष सिंह को लेकर रिंटू सिंह के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि वह लेसी सिंह का भतीजा है. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर इसलिए सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पुलिस ने रिंटू सिंह की तरफ से लिखित कंप्लेन मिलने के बावजूद इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया. घटना के बाद अब स्थानीय थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है.

रिंटू सिंह के ऊपर 3 नवंबर के दिन भी हमला हुआ था. लिखित कंप्लेन के मुताबिक, रिंटू सिंह दिन के 3:30 बजे जब सरसी आ रहे थे तभी रास्ते में उनके ऊपर हमला किया गया. इस लिखित कंप्लेन में आशीष सिंह के ऊपर रिंटू सिंह ने आरोप लगाए थे. उधर इस हत्याकांड के बाद पूर्णिया में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. लोगों ने आक्रोशित होकर हंगामा किया है. सरसी थाने में आगजनी की भी खबर आ रही है.