PATNA: सदन में तमिलनाडु मामले को झूठा बताने वाले तेजस्वी यादव ने आज केंद्र पर ठीकरा फोड़ दिया है। तेजस्वी यादव ने सदन में तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले को भ्रामक बताया था लेकिन भारी भजीहत के बाद अब अपने उस बयान से उन्होंने पलटी मार ली है। अब उनका कहना है कि यदि ऐसी घटना हुई है तो केंद्र सरकार इसकी चिंता क्यों नहीं कर रही है। मोदी सरकार इस मामले पर चुप क्यों हैं। दो राज्यों में विवाद उत्पन्न होने की बात चल रही है इसका समाधान करना चाहिए था।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार सरकार ने तमिलनाडु में एक टीम भी भेजी है जो वहां की स्थितियों से अवगत कराएंगे। इस मामले की सच्चाई को सामने लाएंगे। उन्होंने कहा कि कोई कही भी इस देश में रह सकता है। समाज को बांटने का काम करने वालों से हमें सावधान रहना होगा। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तमिलनाडु के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से बात की थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी यह स्पष्ट कर दिया कि तमिलनाडु में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। फिर भी मामले की जांच के लिए बिहार से एक प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
क्या मजदूरों को तमिलनाडु वापस जाना चाहिए? पटना में मीडिया के इस सवाल का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि क्यों नहीं तमिलनाडु जा सकते हैं एकदम जाना चाहिए। देश में कही भी किसी को आने और जाने पर रोक नहीं है। कही भी कोई देश में जा सकता है। कोई एक व्यक्ति यदि गलती करता है तो इसके लिए पूरा राज्य दोषी कैसे हो सकता है। ये मुल्क हम सबका है। हम कही भी आ और जा सकते हैं लोग हमारे यहां भी आ सकते है। यदि कोई इस तरह की ओछी हरकत करता है तो हमलोग कहेंगे की वहां की सरकार को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
तेजस्वी ने केंद्र की मोदी सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि भारत सरकार की भूमिका क्या बनती है। दो राज्यों में विवाद उत्पन्न होने की बात चल रही है तो इसका समाधान करना चाहिए ना.. हमलोग तो टीम भेज रहे है..सारा कुछ कर रहे है.. कोई भी कही भी इस देश में रहकर समाज को बांटने का काम करेगा तो हमें सावधान रहना होगा। तमिलनाडु पुलिस का मानना है कि ऐसी कोई बात नहीं है। हमारे सामने भी जो वीडियो आया उसे देखा जिसकी सच्चाई के लिए हमलोगों ने टीम भेजी है। सरकार गंभीर है तभी तो टीम भेजा गया है। सच्चाई सामने आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।