PATNA : तामिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई और प्रताड़ना मामले में बिहार में सियासत गरम है। इस बीच अब कोयंबटूर जिला प्रशासन के तरफ से इस मामले में सरकारी जानकारी साझा करते हुए इस पुरे मामले को गलत और अफवाह बताया गया है। इसके साथ ही कोयंबटूर प्रशासन ने बिहारी मजदूरों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर इस मामले की जमीनी सचाई जानने के लिए बिहार से चारों की गाड़ियों की टीम चेन्नई जा रही है।
दरअसल, तमिलनाडु में रह रहे हिंदी भाषी प्रवासी मजदूरों के लिए कोयम्बटूर जिला प्रशासन की ओर से कई फोन और मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। प्रसाशन की विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी भी समय जरूरत पड़ने पर प्रवासी इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। ये नंबर हैं- 04222300970, 9498181213, 8190000100, 9498181212, 7708100100 । इसके साथ ही बाहरी राज्यों के श्रमिकों और कर्मियों की शिकायतों का हाल के लिए कोयंबटूर जिला प्रशासन के राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। जिसे 'प्रवासी श्रमिकों की कमियों को हल करने की समिति' का नाम दिया गया है।
इस पत्र में कहा गया है कि, इस माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करके उसका निराकरण किया जा रहा है। साथ ही पुलिस विभाग द्वारा कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में उचित कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन की विज्ञप्ति में कहा गया है कि बाहरी राज्य के श्रमिकों को उनके कार्यस्थल पर उनके सुरक्षा का कोई खतरा या कोई समस्या है तो तुरंत कोयम्बटूर जिला कलेक्टर के कार्यालय में आपदा प्रबंधन विभाग के टोल फ्री नंबर 1077 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
आपको बताते चलें कि, तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई और हत्या की खबरें सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो गई हैं। दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिसमें बताया गया है कि हिन्दी बोलने वाले मजदूरों पर धारदार हथियारों से हमला कर दो लोगों को मार डाला गया। उसके बाद से बड़ी संख्या में बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों के मजदूर काम छोड़कर घर लौट रहे हैं।