तमिलनाडू पहुंच चिराग ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, कहा - भाषा, बोली या मजहब के नाम पर भेदभाव गलत

तमिलनाडू पहुंच चिराग ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, कहा - भाषा, बोली या मजहब के नाम पर भेदभाव गलत

DESK : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान सोमवार को तमिलनाडु पहुंचे और यहां उन्होंने प्रवासियों मजदूरों से मुलाकात कर तामिलनाडू हिंसे के बारे में जानकारी ली। इसके बाद चिराग पासवान ने तमिलनाडु के राज्यपाल से मिलाकर बिहारी मजदूरों और कामगारों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने तामिलनाडू सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा। 


चिराग ने कहा कि, भारत विविधताओं का देश है। यहां भाषा, धर्म, बोली, किसी भी आधार पर भेदभाव करना बिल्कुल गलत माना गया है। इसके बाद भी तामिलनाडू में लोगों में मतभेद पैदा करने के लिए ऐसा किया जा रहा है तो वह गलत है। उसकी भी जांच होनी चाहिए। अगर यह गलत है तो पता करना चाहिए कि कौन हैं वो लोग जो ऐसा कर रहे हैं। इसके आलावा चिराग ने यह भी कहा कि, हमारी पार्टी  वायरल हो रहे वीडियो की पार्टी  पुष्टि नहीं करती है। 


मालुम हो कि, इससे पहले चिराग पासवान ने तामिलनाडू हिंसे को लेकर कहा था कि यदि यह वीडियो वीडियो सही हैं तो ये बेहद चिंता का विषय है। वहां रह रहे बिहारियों को बर्बरता से पीटा जा रहा है। तो इसमें कड़ाई के साथ कार्रवाई की जानी चाहिए। हालांकि, चिराग ने वीडियो की जांच की बात भी कही थी।


इसके आलावा चिराग ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्होने कहा कि, यह अफसोस की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं। उन्होंने सिर्फ अपने अधिकारियों को निर्देश दे दिया कि आप वहां के अधिकारियों से बात कर लो। मुख्यमंत्री को अपने प्रदेश के लोगों की चिंता नहीं है। 


आपको बताते चलें कि, इससे पहले चिराग पासवान ने इस मामले में  गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होने लिखा कि मैंने भी वीडियो देखा है। बिहार के कई ऐसे मजदूर हैं जो तमिलनाडु में रह रहे हैं उन्होंने मुझसे संपर्क किया है और सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो को सत्य बताया है। परंतु तमिलनाडु का स्थानीय प्रशासन इन खबरों को भ्रामक बता रहा है। इसकी क्या सत्यता है, मैं नहीं जानता, लेकिन अगर यह सत्य है तो यह बिहारियों के लिए बहुत चिंताजनक है। अतः आपसे आग्रह है अपने स्तर से जांच कराकर सच और झूठ का फैसला करें।