ब्रेकिंग न्यूज़

Kartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा पर पटना में लगा भीषण जाम, श्रद्धालुओं की भीड़ से ठप हुई राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था Bihar Election 2025 : लालू यादव ने मंत्री बनाने का प्रलोभन देकर नीतीश सरकार गिराने में मांगी थी मदद, तब BJP विधायक ने RJD सुप्रीमों का ऑडियो कर दिया था वायरल; अब पत्ता साफ़ हुआ तो तेजस्वी से मिला लिया हाथ Mirzapur Train Accident: कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से आधा दर्जन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत Mirzapur Train Accident: कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ा हादसा, ट्रेन की चपेट में आने से आधा दर्जन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन बदला रहेगा पटना का ट्रैफिक प्लान, इन रास्तों में जाने पर रोक Bihar Assembly Election 2025 : पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे वोटिंग; जानिए इन सवालों का जवाब Bihar News: नीतीश कुमार को फिर से CM बनाने के लिए मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा पहुंचे बाबा दरबार...रूद्राभिषेक कर मांगा जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: विधानसभा चुनाव में पहली बार वोटिंग करेंगे इतने GEN-Z, चुनावी नतीजे पर क्या पड़ेगा असर? Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए Bihar News: बिहार में बाल सुधार गृह से एक दर्जन बच्चे फरार, गार्ड पर हमला कर दीवार फांदकर भागे; अबतक पांच पकड़े गए

सुशील मोदी ने महासेतु गिरने की CBI जांच की मांग की, कहा-भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की जांच तकनीकी समिति कैसे करेगी?

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 07 Jun 2023 06:45:06 PM IST

सुशील मोदी ने महासेतु गिरने की CBI जांच की मांग की, कहा-भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की जांच तकनीकी समिति कैसे करेगी?

- फ़ोटो

PATNA: पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जब बालासोर रेल दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त के अलावा सीबीआई से भी करायी जा सकती है, तो बिहार में निर्माणाधीन महासेतु के बार-बार ढहने की जांच भी तकनीकी कमिटी की जांच के साथ-साथ सीबीआई से भी करायी जानी चाहिये. सुशील मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने तकनीकी समिति से जांच कराने की बात कही है, ये तकनीकी समिति घूसखोरी, भ्रष्टाचार की जांच कैसे करेगी.


सुशील मोदी ने कहा कि तकनीकी एक्सपर्ट इसकी जांच कर सकते हैं कि महासेतु के डिजाइन में गलती थी या नहीं. लेकिन ऐसे कई सवाल हैं, जिनकी जांच वे नहीं कर सकते. पुल ने बनने में इतनी देर क्यों हुई, इसका बजट 600 बढाकर 1710 करोड़ रुपये किन हालात में करना पड़ा? किसे लाभ पहुंचाने के लिए निर्माण में लापरवाही बरती गई?  इन सवालों का जवाब तकनीकी समिति कैसे तलाशेगी. 


सुशील मोदी ने कहा कि महासेतु निर्माण में अनियमितता, प्रशासनिक लापरवाही, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को राजनीतिक संरक्षण देने जैसे मामले की जांच सीबीआई ही कर सकती है. उन्होंने कहा कि जब पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया और वे ही इसके निर्माण की मानीटरिंग कर रहे थे, तब कहाँ गलती हुई, इसकी जांच तकनीकी कमेटी कैसे कर सकती है?  


सुशील मोदी ने कहा कि जिस एजेंसी की गलती से महासेतु के पाये बार-बार ढहते रहे , उसी एजेंसी से नया पुल बनाने की बात सरकार कैसे कह सकती है? उन्होंने कहा कि क्या निर्माण एजेंसी से इस बात का करार हुआ है कि पुल गिरने या निर्माण में  गड़बड़ी पाये जाने पर नया पुल भी उसे ही बनाना पड़ेगा? यदि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ, तो पहले वाली एजेंसी से नया महासेतु कैसे बनवाया जा सकता है?सुशील मोदी ने कहा कि अब अगर नया पुल बनेगा, तो फिर नौ साल लगेंगे और इसका बजट भी 3000 करोड़ तक बढ़ सकता है. उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?