PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बुधवार को एक नई बहस छेड़ दी। केंद्रीय विद्यालयों में सांसद का 10 नामांकन के कोटा को अपर्याप्त बताने के बहाने नामांकन में कोटा सिस्टम को ही खत्म करने की मांग कर दी। राज्यसभा में शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान को शिक्षामंत्री के नाते अपने कोटा को खत्म करने के लिए धन्यवाद देते हुए नामांकन में सांसदों के कोटा को खत्म करने की मांग कर दी।
मोदी ने आगे कहा कि केंद्रीय विद्यालयों में चेयरमैन, डीएम का भी नामांकन कोटा खत्म होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जब आईआईएम, आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए कोई कोटा नहीं है तब केंद्रीय विद्यालय में कोटा होने का कोई औचित्य नहीं है।
सांसदों के 10 नामांकन का कोटा अपर्याप्त बताते हुए मोदी ने कहा कि कोटा एक तरफ सांसदों को अलोकप्रिय बना रहा है वही दूसरी ओर चुनावी विफलता का भी कारण बन गया है। यह अधिक योग्य बच्चों से उनका अवसर छीन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सांसदों का कोटा तत्काल खत्म कर देना चाहिए ताकि 8500 जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को जिसमें एससी-एसटी, पिछड़े और ईडब्लूएस वर्ग के 4000 छात्र-छात्राओं को पारदर्शी तरीके से एडमिशन पाने का अवसर मिल सके।