ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: शराब के नशे में महिला से छेड़खानी करते चौकीदार का वीडियो वायरल, मामला SP तक पहुंचा Bihar Election 2025: कब होगा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान? जान लीजिए.. Bihar Crime News: लूटपाट के दौरान युवक को अपराधियों ने मारी गोली, मौत के बाद आक्रोशित परिजनों का पुलिस पर हमला Bihar News: दुकानदार की हत्या के बाद इलाके में हड़कंप, कहीं पड़ोसी की काली दृष्टि आपकी कमाई पर भी तो नहीं? बेतिया में बड़ा भाई बना हैवान: मानसिक विक्षिप्त युवक ने सगे भाई की चाकू से की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार सुकृष्णा कॉमर्स अकेडमी ने कंकड़बाग में शुरू की नई शाखा, नामांकन पर मिलेगी 50 प्रतिशत तक की छूट Bihar News: RCD में 26 करोड़ का घोटाला...मगर कार्रवाई 'शून्य', एक्शन वाली फाइल डंप कर दी गई ? डिप्टी CM विजय सिन्हा कह रहे- हमने तेजस्वी काल की खोली पोल Bihar News: घरेलू विवाद के बाद महिला ने उठाया खौफनाक कदम, बेवजह तानों ने बर्बाद कर दी कई जिंदगियां Rapid Metro Time Table: बिहार की पहली रैपिड मैट्रो का आ गया टाइम टेबल, 24 अप्रैल को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन Pope Francis Passes Away: 88 साल की उम्र में ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का निधन, फेफड़ों और किडनी में था गंभीर संक्रमण

सुप्रीम कोर्ट से विपक्ष को बड़ा झटका, SC ने कहा.. ED को छापेमारी और गिरफ्तारी का अधिकार

सुप्रीम कोर्ट से विपक्ष को बड़ा झटका, SC ने कहा.. ED को छापेमारी और गिरफ्तारी का अधिकार

DESK : सुप्रीम कोर्ट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत प्रवर्तन निदेशलय (ED) की गिरफ्तारी, जब्ती और जांच की प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका पर अपना फैसला सुनाया है. जस्टिस एएम खानविलकर की तीन सदस्यीय बेंच ने मामले को बड़ी बेंच को ट्रांसफर करने फैसला किया है. तीन सदस्यीय बेंच ने कहा कि हमारे हिसाब से निष्कर्ष है कि यह मामला बड़ी पीठ को भेजा जाए. 


कोर्ट ने कहा कि ED की गिरफ्तारी की प्रक्रिया मनमानी नहीं है. जांच के दौरान ED, SFIO, DRI अधिकारियों (पुलिस अफसर नहीं) के सामने दर्ज बयान भी वैध सबूत हैं. आरोपी को ECIR (शिकायत की कॉपी) देना जरूरी नहीं है. यह काफी है कि आरोपी को यह जानकारी दे दिया जाए कि उसे किन आरोपों के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है. कोर्ट ने बेल की कंडीशन को भी बरकरार रखा है. हालांकि कोर्ट ने कानून में फाइनेंस बिल के जरिए किए गए बदलाव के मामले को 7 जजों की बड़ी बेंच में भेज दिया है.  


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में जारी याचिका में कहा गया था कि PMLA कानून के तहत गिरफ्तारी, जमानत देने, संपत्ति जब्त करने का अधिकार CrPC के दायरे से बाहर है. सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं में PMLA एक्ट को असंवैधानिक बताते हुए कहा गया था कि इसके CrPC में किसी संज्ञेय अपराध की जांच और ट्रायल के बारे में दी गई प्रक्रिया का पालन नहीं होता है. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने PMLA एक्ट के तहत ईडी के अधिकार को बरकार रखा है.