ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Education News: शिक्षा विभाग के इस DPO ने नहीं किया काम तो पहले हुए सस्पेंड...फिर मिला यह दंड, जानें.... Bihar Election 2025 : 'अब बदलाव का समय, बनाना होगा नया बिहार...', बोले मुकेश सहनी - कुर्सी की लालच में बिहार को भूल गए नीतीश कुमार Bihar Election 2025 : अमित शाह की नालंदा रैली से पहले यह इलाका बना ‘नो-फ्लाई जोन’, यह शहर बना ‘रेड जोन’ Bihar News: 12 साल पुरानी फाइलें बंद...अधिकारियों को मिली राहत, बिहार सरकार ने एक झटके में 17 अफसरों को दे दी क्लीनचिट BIHAR NEWS : पश्चिम चंपारण में दो अलग-अलग सड़क हादसों में दो की मौत, बगहा क्षेत्र में छाया मातम Bihar Police : PMCH से इलाज के दौरान कैदी फरार, बाथरूम की खिड़की तोड़कर दिया पुलिस को चकमा; मची अफरातफरी मुख्यमंत्री की वैकेंसी ! नीतीश कुमार को फिर से CM की कुर्सी मिलेगी ? दरभंगा में 'अमित शाह' ने कर दिया क्लियर...जानें Bihar News: बिहार में सेमीकंडक्टर क्लस्टर और डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का होगा निर्माण, लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार Asaram News : जेल से बाहर आएंगे आसाराम, हाईकोर्ट से मिली मंजूरी; जानें किस ग्राउंड पर मिली राहत BIHAR NEWS : मातम में बदली शोक यात्रा, अंतिम संस्कार से लौटते समय ट्रैक्टर पलटा; एक की मौत, पांच बच्चे घायल

दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल में कंटूरा विज़न लेसिक की बड़ी उपलब्धि: 300 सफल ऑपरेशन पूरे

पटना स्थित दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल ने कंटूरा विज़न लेसिक सर्जरी के 300 सफल ऑपरेशन पूरे किए। अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के साथ, अस्पताल ने चश्मा हटाने की दिशा में बड़ी सफलता पाई है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 25 Jul 2025 07:03:00 PM IST

Bihar

अब देखें वो दुनिया, जो पहले धुंधली थी - फ़ोटो SOCIAL MEDIA

PATNA: दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल ने चश्मा हटाने की अत्याधुनिक तकनीक कंटूरा विज़न लेसिक लेज़र सर्जरी के 300 सफल ऑपरेशन पूरे कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस अवसर पर अस्पताल की निदेशक एवं प्रसिद्ध कैटरेक्ट और रिफ्रैक्टिव सर्जन डॉ. बंदना तिवारी ने बताया कि अस्पताल में विश्वस्तरीय एलकॉन की Wavelight EX 500 मशीन का उपयोग किया जाता है, जिससे चश्मे का नंबर बेहद सुरक्षित और सटीक तरीके से हटाया जा सकता है।


डॉ. तिवारी ने आगे बताया कि कंटूरा विज़न के अलावा अस्पताल में चश्मा हटाने की अन्य उन्नत पद्धतियां जैसे ICL (इम्प्लांटेबल कॉन्टैक्ट लेंस) और CLE (क्लियर लेंस एक्सचेंज) भी उपलब्ध हैं। इन विधियों की मदद से हाई पावर वाले नंबर या जिन मरीजों के लिए लेसिक संभव नहीं है, उनके लिए भी समाधान संभव हो पाता है।


अस्पताल के निदेशक डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने कहा कि दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल में आंखों की जटिल बीमारियों के निदान और उपचार के लिए अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध है। यहां रेटिना, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा जैसी गंभीर समस्याओं का भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा उन्नत उपकरणों से सफल इलाज किया जाता है। दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल अपनी विश्वसनीय सेवा और आधुनिक सुविधाओं के माध्यम से मरीजों को स्पष्ट दृष्टि और बेहतर जीवन गुणवत्ता प्रदान करने के लिए सतत प्रयासरत है।