PATNA : विगत 20 मई को मतदान केंद्र पर राजद प्रत्याशी डॉ. रोहिणी आचार्य के साथ विवाद का मामला बढ़ने के साथ ही हत्या जैसी वारदात को भी अंजाम दे दिया गया। चुनाव बाद भड़की हिंसा के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने अब अपनी जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंप दी है। इसको लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने एसआईटी की रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद उसका अध्ययन किया जा रहा है।
वहीं, एसआईटी की तरफ से दी गई जांच रिपोर्ट में घटना के दिन से लेकर इस मामले में की गई कार्रवाई तक का उल्लेख किया गया है। इस दौरान किससे क्या चूक हुई, इस पर भी फोकस किया गया है। रिपोर्ट में प्रशासन व अन्य लोगों के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मामले में भी कई तथ्यों का उल्लेख है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो खुद आयुक्त और डीआईजी ने इस मामले की अपनी स्तर से जांच की थी।
बताया जाता है कि, कमिश्नर और डीआईजी की इस रिपोर्ट के बाद वरीय अधिकारी से लेकर तीन अन्य अफसर पर भी करवाई की गाज गिर सकती है। अब आयोग की कार्रवाई पर ही सबकी निगाह टिकी है। जानकारी हो कि छपरा में 20 मई को सारण लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के एक पोलिंग बूथ पर बार-बार जाने से विवाद खड़ा हुआ था। बाद में यहां फायरिंग की घटना भी हुई और एक कार्यकर्ता की जान चली गई। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
उधर, आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की सुरक्षा में तैनात एक और सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। इन दोनों सिपाहियों पर 20 मई को सारण लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के साथ घूमने का आरोप है।