Bihar Hooch Tragedy : 'कानून बनने से नहीं रूकता अपराध ...', शराबकांड पर बोले NDA नेता ... सिर्फ सरकार के बूते नहीं हो सकती पूर्ण शराबबंदी

Bihar Hooch Tragedy : 'कानून बनने से नहीं रूकता अपराध ...', शराबकांड पर बोले NDA नेता ... सिर्फ सरकार के बूते नहीं हो सकती पूर्ण शराबबंदी

PATNA : बिहार के सीवान और सारण जिलों के करीब 16 गांवों में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं इस मामले पर प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है। एनडीए नेता लगातार बयानबाजी करके प्रदेश सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के सुप्रीमों उपेंद्र कुशवाहा ने तो इसको लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है। 


दरअसल, जहरीली शराब से मौत पर जब राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि शराबबंदी कानून तभी सफल हो सकता है, जब लोगों का सहयोग हो। अकेले सरकार के बूते की बात नहीं है कि कानून को सफल हो। उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले लोग आज नहीं तो कल किसी बीमारी से अपनी जान दे देगा।इसलिए लोगों को शराब नहीं पीना चाहिए। वहीं,कानून से संसोधन से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि- कहीं भी कोई भी कानून है, हत्या के खिलाफ भी कानून है तो क्या दुनिया का कोई देश, हिंदुस्तान का कोई राज्य कोई थाना है जहां कोई कहे की हत्या बिल्कुल बंद है। 


वहीं, जब दिलीप जायसवाल से पूछा गया कि क्या लोग शराबबंदी कानून खत्म करने की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि इससे सरकार को रेवेन्यू मिलेगा? इसके जवाब में उन्होंने विवादास्पद बयान दे दिया और कहा है कि अगर पैसा और रेवेन्यू लाना है तो कोठा खोल दीजिए। जो लोग शराबबंदी हटाने की बात कर रहे हैं, उनके शराब माफियाओं से सम्बन्ध हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि इन संबंधों की जांच कराई जाए। 


इधर, बता दें कि बिहार मे जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। सिवान में मृतकों की संख्या 29 पहुंच गई है। सारण (छपरा) में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। गोपालगंज मे भी 2 लोगों की जान गई है। अब तक कुल 44 लोगों की मौत हो चुकी है। इनकी आंकड़ों की पुष्टि तीनों जिलों के प्रशासन भी कर चुके हैं। सारण और सिवान में 17 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। 1700 लीटर देसी शराब जब्त की गई है।

रिपोर्ट - सदन सिंह (पटना)