PATNA: बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के संगठनों ने छुट्टी में कटौती के खिलाफ आंदोलन का एलान कर दिया है. शिक्षक संगठनों ने आज पटना में बैठक के बाद कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक सिर्फ शिक्षकों का ही नहीं बल्कि छात्रों पर भी जुल्म ढ़ा रहे हैं. 15 शिक्षक संगठनों ने 4 घंटे की बैठक के बाद शिक्षक दिवस यानि 5 सितंबर से आंदोलन करने का एलान कर दिया है. शिक्षक संगठनों ने कहा है कि केके पाठक ने जानबूझ कर हिन्दुओं के पर्व त्योहार पर प्रहार किया है.
माले विधायक को बाहर किया
शिक्षक संगठनों ने अपनी बैठक से माले के विधायक संदीप सौरभ को बाहर रखा. टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के संयोजक राजू सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधायक संदीप सौरभ ने शिक्षकों की पीठ में छुरा मारा है. वे सरकार से मिले हुए हैं. उन्होंने शिक्षकों के आंदोलन को हाईजैक कर लिया और आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की. शिक्षक संगठनों ने ऐसे व्यक्ति को अपने कार्यक्रमों से दूर रखने का फैसला लिया है.
काली पट्टी बांधेंगे शिक्षक
पटना के यूथ हॉस्टल में 15 शिक्षक संगठनों की बैठक के बाद ये फैसला लिया गया कि पूरे बिहार के शिक्षक 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर हाथ में काली पट्टी बांधकर स्कूलों में पढ़ायेंगे. शिक्षक संगठन 9 सितंबर को सारे जिला मुख्यालयों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन करेंगे. इसके बाद आगे के आंदोलन की रूपरेखा तय की जायेगी. शिक्षक संघ ने केके पाठक पर आरोप लगाया कि उन्हें हिन्दु धर्म की जानकारी नहीं है.
केके पाठक को कोई जानकारी नहीं
शिक्षक संघ के अध्यक्ष केशव कुमार ने कहा कि केके पाठक को बिहार के सरकारी स्कूलों के बारे में जानकारी नहीं है. वे कह रहे हैं कि 200 दिन पढ़ाई होनी चाहिये. सरकारी स्कूलों में शिक्षक साल में 253 दिन पढ़ा रहे हैं. केके पाठक 200 दिनों की बात कर रहे हैं. शिक्षक संगठनों मे कहा कि केके पाठक को छुट्टी की लिस्ट निकालने के बजाय 200 दिनों का वर्किंग डे का लिस्ट निकाल देना चाहिये, जिस दिन शिक्षक छात्रों को पढ़ायेंगे. केशव कुमार ने कहा कि शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षक अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर प्रतिरोध दिवस मनाएंगे और बच्चों को बताएंगे कि कैसे सरकार गरीब बच्चों को पढ़ने नहीं दे रही है.
टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के संयोजक राजू सिंह ने कहा कि अब शिक्षक आर पार की लड़ाई की तैयारी में हैं. पहले नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया गया. अब हिंदुओं के पर्वों पर हमला किया गया है. इससे सारे शिक्षकों में आक्रोश है. राजू सिंह ने कहा कि अगर केके पाठक हिंदू हैं तो उन्हें हिंदू धर्म की जानकारी नहीं है. उन्हें सबसे पहले हिंदू धर्म की जानकारी लेनी चाहिए. इसके अलावा शिक्षक नियोजन नियम नियमावली का अध्ययन करना चाहिए. केके पाठक न सिर्फ शिक्षकों बल्कि बच्चों का भी शोषण कर रहे हैं. उन्हें छुट्टी के दिन स्कूल बुला रहे हैं.